विज्ञान प्रदर्शनी में छात्रों ने दिखाया अपनी प्रतिभा का जादू…

– अमित शर्मा, लाड़कुई/भेरूंदा

21 दिसंबर शनिवार को विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन नगर के भारती विद्या मंदिर इंटरनेशनल स्कूल में किया गया, जिसमें छात्रों ने अपनी विज्ञान परियोजनाओं का प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शनी में छात्रों ने विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में अपनी रचनात्मकता और नवाचार का प्रदर्शन किया।

प्रदर्शनी में छात्रों ने रोबोटिक्स, सौर ऊर्जा, वॉटर हार्वेस्टिंग , सेंसर बेस्ड स्मार्ट शूज फॉर डिसेबल पर्सन एवं पर्यावरण संबंधी मॉडल्स व प्रोजेक्ट्स का प्रदर्शन किया। छात्रों ने अपनी परियोजनाओं के माध्यम से विज्ञान के विभिन्न सिद्धांतों और अवधारणाओं को समझाने का प्रयास किया।

प्रदर्शनी का उद्घाटन विजय पवार बीआरसीसी, ललित कीर सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी, संकुल प्राचार्य गंभीर सिंह, दिनेश शर्मा बीएसी द्वारा किया गया। इस अवसर पर विनय यादव निदेशक बीवीएम, अरुण पांडे सीईओ बीवीएम, अनुराग मसीह प्राचार्य बीवीएम, कृष्णपाल सिसोदिया, पालकगण व छात्र छात्राएं मुख्य रूप से उपस्थित रहे। सभी मुख्य अतिथियों ने छात्रों की प्रतिभा और नवाचार की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शनी छात्रों को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगी।

प्रदर्शनी के आयोजकों ने बताया कि इस प्रदर्शनी का उद्देश्य छात्रों को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवाचार और अनुसंधान के लिए प्रेरित करना है। उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शनी छात्रों को अपनी प्रतिभा दिखाने का एक मंच प्रदान करेगी।
कार्यक्रम के शुभारंभ में विश्व ध्यान दिवस के अवसर पर सभी छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने सहजयोग के माध्यम से ध्यान किया। गणपती अथर्वशीर्ष के साथ अतिथियों की उपस्थिति में दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। तत्पश्चात एक लघु नाटिका का मंचन भी किया गया। जिसका उद्देश्य था कि आधुनिक समय में अंधविश्वास को खत्म कर विज्ञान में तथ्यों पर चीजों को परखना और पर्यावरण के प्रति गंभीरता दिखाते हुए इसका संरक्षण करना। प्रदर्शनी का मुख्य आकर्षण कक्षा 9 के छात्र-छात्राओं द्वारा बनाई गई पवन चक्की जो की 15 फीट ऊंची पोल की सहायता से बनाई गई, इसने पवन ऊर्जा, सौर ऊर्जा की उपयोगिताओ को बच्चों ने शब्दों में पिरोया।

भारती विद्या मंदिर इंटरनेशनल स्कूल भेरूंदा के छात्रों और शिक्षकों ने मां नर्मदा के संरक्षण और पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए नीलकंठ से बड़गांव होते हुए आंबाजदीद तक मां नर्मदा की पंचकोसी यात्रा पूर्ण की।

इस यात्रा के दौरान, छात्रों ने परिक्रमा वासी और ग्रामवासियों से भेंट की, घाट पर स्नान करने वालों को साबुन, शैंपू और तेल का प्रयोग करने से रोका, और दुकानदारों को पॉलीथिन के बजाय कपड़े के झोले प्रदान किए। उन्होंने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जल और पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक किया और मां नर्मदा की रक्षा और संरक्षण की शपथ ली।

इस यात्रा को सफल बनाने में नर्मदा समग्र के अधिकारी कर्मचारी, भारती विद्या मंदिर के शिक्षक और शिक्षिकाओं का अत्यंत सराहनीय योगदान रहा। बच्चों ने सीखा की कैसे शिक्षा और सामुदायिक भागीदारी के माध्यम से हम पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक जिम्मेदारी को बढ़ावा दे सकते हैं।

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