वन परिक्षेत्र लाड़कुई में वन प्राणी के शिकार का सिलसिला जारी…
– अमित शर्मा, लाड़कुई/भेरूंदा
वन परीक्षेत्र लाड़कुई में जहां पूर्व में सागौन की अवैध कटाई व परिवहन को लेकर चर्चाओं में बना रहता था, तो वही अब वन प्राणियों के शिकार को लेकर आए दिन खबरों में बना है, जहां कुछ दिन पूर्व ग्राम नवल गांव में एक नीलगाय का शिकार का मामला सामने आया था। तो वही एक बार फिर वन परीक्षेत्र लाड़कुई के रफीकगंज में नीलगाय का शिकार करने का मामला सामने आया है।
वही जानकारी के अनुसार शनिवार रात्रि को गठित दल द्वारा रात्रि गस्त की जा रही थी, तभी मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई, कि ग्राम रफिकगंज(जामुनझिल)निवासी द्वारा रफीकगंज के जंगल में वन्य प्राणी “नीलगाय” का शिकारी कुत्तों की सहायता से हाका कर शिकार करने के प्रयास से भगाकर पीछा करते हुए वन्य प्राणी नीलगाय को जयराम के घर के पास लगे बारबेट तार में वन्य प्राणी नीलगाय उलझ कर जमीन पर गिर गया तभी मौके का फायदा उठाकर शिकारी ने वन्य प्राणी पर कुल्हाड़ी एवं पत्थर, डंडो की सहायता से प्राण घातक हमलाकर उसे मौके पर ही जान से खत्म कर दिया है। एवं उसे वहीं मक्के की कड़प के नीचे छुपा कर रख दिया गया।
सूचना मिलते ही वन मंडल अधिकारी सीहोर के निर्देशन में वन परिक्षेत्र अधिकारी लाड़कुई के मार्गदर्शन में वन अमला तत्काल अलर्ट होकर मुखबिर के बताएं स्थान पर सर्चिंग की गई, तो पाया की जयराम के खेत के किनारे वन्य प्राणी नीलगाय मारने के साक्ष्य के रूप में “ब्लड” के निशान सुखी घास एवं जमीन पर पड़ा हुआ पाया, वन अमले के द्वारा अपराधियों के पग चिन्ह एवं ब्लड की बूंदे को टोर्च की सहायता से सर्चिंग करते हुए घटना स्थल से 02 किलोमीटर दूर जंगल में एक गहरी खाई में वन्य प्राणी नीलगाय का शव बरामद हुआ। शव खून से लत-पत एवं पूरी तरहा क्षित-विक्षित कर दिया है। जिसकी सूचना तत्काल प्रकाश चंद उईके वन परिक्षेत्र अधिकारी लाड़कुई को दी गई। सूचना मिलते ही वन परिक्षेत्र अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे।
वन अमला पहुंचा मौके पर
उक्त घटना के संबंध में सघन निरीक्षण उपरांत वन अमले एवं सुरक्षा श्रमिकों को उक्त शव का रात्रि में निगरानी करने के लिए निर्दशित किया गया। तो वही अपराधियों की तलाश के भी निर्देश दिए गए, वन अमले के द्वारा आसपास अपराधियों की तलाश की गई, लेकिन कोई भी संदिग्ध व्यक्ति नजर नहीं आया।
प्रकाश चंद्र उइके, परीक्षेत्र अधिकारी लाड़कुई
वही वन विभाग द्वारा पशु चिकित्सक लाड़कुई को सूचना दी गई, सूचना पर मौके पर पहुंचे पशु चिकित्सक द्वारा शव का परीक्षण किया गया। परीक्षण उपरांत पाया गया की, वन्य प्राणी की मौत धारदार हथियार कुल्हाड़ी एवं पत्थर की गहरी चोट लगने से हुई है। तत्पश्चात वन्य प्राणी नीलगाय के शव का दाह संस्कार वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में किया गया। एवं वन्य प्राणी अधिनियम 1972 की धारा 9, 39, 51, 52 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर मौके से फरार अपराधियों की तलाश की जा रही है।
डाॅ. आशीष मिश्रा, पशु चिकित्सक लाड़कुई