वनकर्मियों की मांग के बाद पुलिस ने चार नामज़द व तीन अन्य पर की एफआईआर…
– अमित शर्मा, लाड़कुई/भेरूंदा
वन विभाग की कार्यवाही में दखल देने एवं वन अमले को सागौन की तस्करी के मामले में झूठा फसाने का प्रयास करने वाले लोगो के खिलाफ पुलिस ने शासकीय कार्य में बाधा सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया हैं। वनकर्मियों द्वारा लगातार कार्यवाही की मांग की जा रही थी। पुलिस ने लगभग एक सप्ताह की छानबीन के बाद आखिरकर मामला दर्ज किया।
वही एसडीओपी दीपक कपूर ने जानकारी देते हुए बताया कि 29 दिसम्बर की रात्री 10 बजे सुआपानी एवं बगलीखेड़ा के बीच नफीस मंसूरी, रियाज खान, अनीस खान, आमीन खान व अन्य लोगों के द्वारा वन विभाग के अमले की गाड़ी का रास्ता रोककर उनके द्वारा किये जा रहे, शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करते हुए वनकर्मियों के साथ अभद्र भाषा का उपयोग कर वन कर्मी का मोबाइल तोड़ने जैसी घटना को अंजाम दिया गया। इस मामले में वन विभाग की और से कार्यवाही किये जाने का आवेदन दिया गया था।

जिसमें बताया गया था कि वनरक्षक अमर सिंह रावत को दिनाक 28 दिसंबर को रात्री 09 बजे के लगभग मोबाइल पर मुखबिर से सूचना मिली थी कि झाली घाटी पर लकड़ियों का परिवहन किया जा रहा है। वन अमले में यशवंत गोयल वनरक्षक, रायसिंह बारेला, देवलाल बारेला, अर्जुन यादव, अर्जुन नागवेल शासकीय वाहन क्रमांक एमपी 02 एवी 6139 एवं जब्त वाहन अनुमति प्राप्त बोलेरो पिकअप की सहायता से मौके पर पहुंचे, जहां तलाशी लेने पर नाले में सागौन के 12 नग मिले। इसके बाद लाड़कुई रेंज प्रागंण पहुंचे, लेकिन मुखबिर की सूचना मिली कि बगलीखेड़ा से छापरी-पलासी मार्ग पर सागौन का परिवहन होने की जानकारी है। इस दौरान सिल्लियों से भरी गाड़ी को लेकर ही वह मौके पर जाने के लिए रवाना हुए। तभी आम्बाकदीम सुआपानी मार्ग पर शासकीय वाहन के आगे मारूति कार एमपी 41 सीए 9110 व एमपी 04 सीयू 8898 को अड़ाकर खड़ा कर दिया। उक्त मारूति कार में लगभग 6-7 लोग सवार थे। साथ ही गाड़ी से उतरकर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए, धमकाने लगे और वन अमले के मोबाइल से छीना-छपटी कर उसे तोड़ दिया।
उक्त घटना की सूचना वन अमले द्वारा रेंजर प्रकाश उईके को दी गई। इसके बाद प्रकाश उईके के निर्देश पर वन रक्षकों द्वारा की गई शिकायत के आधार पर पुलिस ने जांच शुरु की। जिसमें वनकर्मियों द्वारा लगाये आरोप सहीं साबित होने पर पुलिस द्वारा उक्त सभी लोगो पर विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया।
