भगवान भोलेनाथ की श्रद्धा व आस्था से कि पूजन-अर्चना…
अमित शर्मा, लाड़कुई/भैरूंदा
भैरूंदा- क्षेत्र व प्रदेश के धार्मिक आस्था का केंद्र बुदनी विधान सभा के भैरुंदा जनपद क्षेत्र अंतर्गत रूद्रधाम आश्रम यहां पर हजारो की संख्या में श्रद्धालु वर्ष भर भोलेनाथ के दर्शन लाभ एवं पूजन-अर्चना के लिए आते रहते है। लेकिन श्रावण मास में यह श्रद्धालु की संख्या बड जाती है।

वही रूद्रधाम मे वर्ष भर धार्मिक एवं आध्यात्मिक कार्यक्रम चलते रहते है, श्रावण मास मे भगवान भोलेनाथ के सवा लाख शिवलिंगों का प्रतिदिन निर्माण 11 ब्राह्मण के साथ सैकड़ो यजमान की उपस्थिति में किया जाता है।

उल्लेखनीय है कि यहां सुबह प्रातः काल 4:00 बजे से ही भगवान भोलेनाथ की प्रातः कालीन आरती एवं पूजन-अर्चन शुरू हो जाती है, जो दिन के 12:00 बजे तक निरंतर चलती है, इसमें क्षेत्र की महिलाएं एवं पुरुष बड़ी संख्या में भाग लेते है, इसके उपरांत रात्रि में भजन संध्या का आयोजन ग्राम की महिला के द्वारा किया जाता है, इस दौरान महिलाओ द्वारा शिवलिंग का निर्माण किया जाता है, यह कार्यक्रम रूद्रधाम के संत श्री परमहंस एवं संत बजरंगिरि महाराज के सानिध्य में संचालित होता है।

वही यहां पर संस्कृत विद्यालय भी है, यहां पर विद्यार्थीयो को संस्कृत वैदिक शास्त्र का अध्ययन भी कराया जाता है। यह धार्मिक आस्था का केंद्र लगभग 26-27 वर्षों से संचालित हो रहा है।

यहां पर भगवान दत्तात्रेय, भगवान शिव की अखंड धुना, पंचमुखी हनुमान, भगवान चिंतामन गणेश, राधे कृष्णा, सीताराम, काल भैरव, मां नर्मदा, शनिदेव, मां भगवती के मंदिर साथ सत्य ऋषि नाव पर विराजमान हैं एवं भगवान भोलेनाथ के 11 ज्योतिर्लिंग स्थापित भी की गई है, शिवरात्रि के अवसर पर यहाॅ लाखों की संख्या में श्रृद्धालुओ यह पहुंचते है, ओर दर्शन लाभ लेते है।

