कन्या विवाह, कन्यादान और मातृभूमि, पूजन से बड़ा संसार में कुछ नहीं- कटारे बाबा

– कन्यादान कन्याविवाह सनातन का प्रमुख संस्कार है, हमारे ऋषि मुनि संत महात्मा ज्ञानी जनों ने विवाह को 16 संस्कारों में प्रमुख संस्कार बताया है, उसी संस्कृति परंपराओं का निर्वाह कर निर्धन बेटियां जो लक्ष्मी दुर्गा का स्वरूप है, ऐसी कन्याओं का विवाह श्री माधव महाकाल आरोग्य आश्रम परिवार के तत्वाधान में आने वाले 3 मार्च दिन रविवार को होने जा रहा है। साथ ही जो संकल्प प्रकल्पों को लेकर माधव आश्रम की नींव रखी गई थी।

उसी कड़ी में श्रीमाधव महाकाल मंदिर का भूमिपूजन संत गुरुदेव पंडित दुर्गा प्रसाद (कटारे बाबा) अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा, परम गौभक्त राष्ट्रीय संत पंडित मोहितराम पाठक, साधु संत महात्मा जनप्रतिनिधि समाजसेवी माता बहनों की उपस्थिति में कन्या विवाह के शुभ अवसर पर महाकाल मंदिर निर्माण का भूमिपूजन किया जाएगा।

जिसका प्रमुख लक्ष्य गुरुकुलम की स्थापना कर सनातनी बेटा बेटियों को हिंदू संस्कृति के रंग में सराबोर करना और ऐसे संस्कार हमारे बालक बालिकाओं को देना जिससे हमारे वृद्ध माता-पिता के लिए वृद्ध आश्रम की आवश्यकता ना पड़े, गौमाता भारत माता की सेवा सुरक्षा और संस्कार का लक्ष्य लेकर सिद्धपुर सीहोर की पावन भूमि पर श्रीमाधव महाकाल आरोग्य आश्रम संतों के सानिध्य में अपने आप को स्थापित करें, इस संकल्प के साथ आने वाले 03 मार्च को शुभ वेला में निर्धन कन्याओं का विवाह एवं भूमि पूजन होगा।

जिसका समय प्रातः 9:00 बजे से विवाह प्रारंभ होगा प्रातः 11:00 बजे मंदिर का भूमि पूजन और 12:00 बजे भंडारा प्रसादी का आयोजन रखा गया है जिसमें संपूर्ण सनातनीजन नगर वासी जिला वासी क्षेत्रवासी आश्रम परिवार सादर आमंत्रित है।

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