सरपंच ने सीईओ व सहायक कलेक्टर को सौपा ज्ञापन…
जनपद पंचायत सीईओ ने किया, कारण बताओ नोटिस जारी…
– जनपद पंचायत भेरुंदा में बाबू के द्वारा ग्राम पंचायत बगवाड़ा के सरपंच देवलाल इंदौरे को गाली देने एवं सरपंचो द्वारा DSC अप्रूवल, जेम पोर्टल बनाने एवं सरपंच के मानदेय में से 02 से 05 हजार रूपए की रिश्वत की मांग करने को लेकर तहसील कार्यालय पहुंचकर सरपंच द्वारा सहायक कलेक्टर अर्पित गुप्ता को आवेदन देकर बाबू को तत्काल निलंबित किया जाने व उसके विरुद्ध अपराधिक प्रकरण पंजीबध्द किये जाने की मांग की।
वही ज्ञापन मे उल्लेख किया गया कि हम सभी सरपंच, जनपद पंचायत भेरुन्दा के अंतर्गत आते हैं, जनपद पंचायत कार्यालय में पदस्थ बाबू मनीष कीर द्वारा सरपंचों से DSC अप्रूवल के एवज मे 02 से 05 हजार रूपए की राशि मांगी जाती है, ओर न देने पर DSC नही बनाई जा रही है। तो वही बाबू द्वारा जेम पोर्टल के भी 05 हजार रूपए अवैध रूप से मांगे जा रहे हैं। सरपंचों का जो मानदेय आया है, उसमें से भी 02-02 हजार रुपये की मांग, यह कहकर कर रहे है कि मुझको 50,000 जिला पंचायत CEO एवं जनपद पंचायत CEO को देकर तुम्हारा मानदेय स्वीकृत कराया गया है, इसलिए तुम्हें देना पड़ेगा। उक्त बाबू यह बोल कर भी पैसे लेता है कि समस्त निर्माण कार्यों की CC लाॅक तब करूँगा, जब मुझे 02% राशि दोंगे। अगर तुमने मुझे पैसा नहीं दिया तो मैं सरपंचो के खिलाफ रिकवरी निकलवा देखता हूॅ। ओर कहा कि तुम लोग कितने बड़े नेता हो।
उक्त घटना दिनांक 12 मार्च 2024 को सरपंच एवं 4-5 सचिवों के सामने यह भी कहा है कि देवलाल इंदौरे ने मुझे पैसा नहीं दिए है, ओर अपशब्दो का उपयोग करते हुए गंदी गंदी गालीया दी, वही जाति सूचक शब्दो का प्रयोग किया, इस प्रकार की बदसलूकी व ऐसे अपशब्दों के प्रयोग से समस्त सरपंच आहत है, ओर इस कृत्य की निंदा की।
वही नीलकंठ सरपंच संतोष वर्मा ने बताया की यह पूरा वाक्य मेरे सामने हुआ है मेरे द्वारा मनीष कीर बाबू जनपद पंचायत भेरुंदा को समझाईश दी गई, कि आप इस प्रकार गाली मत दो, जिस पर मनीष कीर द्वारा मुझसे भी कहा कि अगर तुमने कुछ कहा तो मैं तुम पर रिकवरी निकला दूॅगा। उक्त घटना की जानकारी मेरे द्वारा समस्त सरपंच को बताई गई, जिस पर सभी सरपंच एक राय होकर सीईओ व सहायक कलेक्टर को आवेदन देकर अवगत कराया ओर अगर उक्त जनपद पंचायत बाबू को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जावे और उसके विरुद्ध अपराधिक प्रकरण पंजीबध्द किया जाए। इस दौरान बड़ी संख्या मे सरपंच मौजूद रहे ओर उक्त बाबू के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की।
वही कर्मचारी मनीष कीर का कहा है कि सरपंच द्वारा मुझ पर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद है।
वही जनपद पंचायत सीईओ प्रबल अलर्जरिया द्वारा बताया गया कि उक्त कर्मचारी को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए संपादित किये जाने वाले कार्य से प्रथक किया गया है, तो वही कार्यालयीन कार्य सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए कर्मचारी के द्वारा संपादित किये जाने वाले डीएससी एप्रूवल, जेम पोर्टल पर पंजीयन, मानदेय भुगतान, ई-ग्राम स्वराज के भुगतान, जीपीडीपी, बीपीडीपी, निर्माण कार्यों की सी.सी. / नस्ती संधारण संबंधी कार्य तत्काल प्रभाव से श्री कृष्णकांत नागरे, सहायक ग्रेड-3 जनपद पंचायत भैरूंदा को आगामी आदेश तक के लिए सौंपा गया है।