– दिनांक 22 मार्च24 को शाम करीब 04 बजे आवेदिका सुरभी श्रीवास्तव पति मयंक श्रीवास्तव उम्र 31 साल निवासी भोपाल नाका मुरली रोड सीहोर ने थाना आकर सूचना दी, कि दिनांक 22 मार्च24 को धार से सीहोर अपने ससुराल 02 बैग लेकर आई थी, जो सेकडाखेडी बस स्टैण्ड उतरकर अपने बच्चों के साथ ऑटो में बैठकर भोपाल नाका सीहोर उतरी, जो जल्दबाजी में अपना एक बैग ऑटो से उतारना भूल गई हैं, जिस बैग में उसके 01 सोने का हार ढाई तौला, 02 मंगलसूत्र वजन एक तौले, चॉदी की बिछिया, और सोने के कान के टोप्स और पांव की चॉदी की पायजेब कीमती करीब 3.50 लाख रुपये के रखे हैं।
वही मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना प्रभारी के निर्देशन पर दिवस अधिकारी उनि राजेन्द्र उइके व उनि विक्रम आदर्श द्वारा बीटा मोबाइल- 01 को तत्काल बैग ढूढ़ने के लिए रवाना किया, जो बीटा मोबाइल के द्वारा कंट्रोल रुम सीहोर जाकर कैमरे चैक किये गये, जिस समय फरियादिया ऑटो से भोपाल नाका उतरी थी उस समय का सी.सी.टी,व्ही. फुटेज निकाला गया।
जिसमें ऑटो का नम्बर प्लेट नजर नहीं आ रहा था परन्तु ऑटो में बनी चिन्ह और डी.पी. गेस्टहाउस का फ्लेक्स लगा दिखा, उक्त निशानी के आधार पर बीटा आरक्षकों ने कस्बे में कई जगह ऑटो की तलाश की, जो अथक प्रयास करने के पश्चात सम्राट कॉमप्लेक्स के सामने वह ऑटो दिखाई दिया। ऑटो चैक करने पर पीछे तरफ काले रंग का बैग दिखा जो बीटा मोबाइल थाना कोतवाली लेकर आई और आवेदिका सुरभी को दिखाया जो उसका बैग होना बताई उक्त बैग खोलने पर उसमें से 01 सोने का हार, 02 मंगलसूत्र, चॉदी की बिछिया और सोने के कान के टोप्स और पांव की चॉदी की पायजेब और अन्य उपयोगी सामान मिला जो आवेदिका को सुपुर्द कर थाने से रुकसत किया गया।
पुलिस ने आभुषण का डिब्बा किया सुपुर्द…
सराहानिय भूमिका – थाना प्रभारी थाना कोतवाली गिरीश दुबे, उऩि विक्रम आदर्श, उनि राजेन्द्र उइके ,बीटा आरक्षक 518 कपिल मेवाडा ,सैनिक 110 कमलेश पारोचे का महत्वपूर्ण योगदान रहा।