– अमित शर्मा, लाड़कुई/भेरूंदा
सीहोर जिले के भैरुंदा ब्लॉक में डेंगू से बचाव हेतु स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयासरत है इसके अलावा मलेरिया विभाग द्वारा भी डेंगू की रोकथाम के लिए हर सम्भव प्रयास किया जा रहा है औऱ इससे बचाव को लेकर सावधानियां बरतने की हिदायत दी जा रही है।
मलेरिया इंस्पेक्टर सुनील भल्लावी ने जानकारी देते हुए बताया कि हमारे द्वारा जो एलाइजा टेस्ट किए जा रहे है जो कि एलाइजा टेस्ट भारत सरकार द्वारा मान्य है, भैरुंदा ब्लॉक में करीब 53 से 54 मरीज निकले है। इसके बाद प्रशासन व हमारे द्वारा जहां लार्वा पाया गया, जैसे कि पुराने टायरों में पानी भरा मिला, तो लोगो समझाइश दी ओर नही मानने पर 5-5 हजार रुपए की चलानी कार्यवाही भी की गई। डेंगू बीमारी में तकरीबन 4 से 5 दिन का अधिकतम इलाज होता है, और बहुत ही सरल इसका इलाज है। जिसमें मरीज पैरासिटामोल की गोली, ओआरएस और मल्टीविटामिन की गोली इसका इलाज है, मात्र डेंगू का इलाज 15 से 20 रुपए तक है, लेकिन बाजार में लूटपाट का बहुत बढ़ा धंधा चल रहा है, इसको रोकना बहुत ही जरूरी है। डेंगू की रोकथाम के लिए हमारे द्वारा जहां जलभराव है, उस स्थान पर गम्बूसिया मछली छोड़ी जा रही है जिससे की पनपने वाला लार्वा को खाकर नष्ट करती है तथा भैरुंदा नगर में फॉग के साथ लोगो को साफ-सफाई रखने की समझाइश भी दी जा रही।
सुनील भल्लावी, मलेरिया इंस्पेक्टर