– अमित शर्मा, लाड़कुई/भेरूंदा
भैरुंदा में किसान स्वराज संगठन ने चार सूत्रीय मांगों को लेकर सीहोर कलेक्टर के नाम अनुविभागीय अधिकारी को ज्ञापन सौपा गया। संगठन के पदाधिकारियों ने ज्ञापन के जरिए किसानों की समस्त मांगो को तत्काल निराकरण कराने की बात कही,
किसान स्वराज संगठन पहुंचा SDM कार्यालय
अन्यथा सोमवार को भैरूंदा की मुख्य मार्ग होगा जाम, किसान संघ ने ऑदौलन करने की चेतावनी देते हुए ज्ञापन सौपा, किसान संघ ने दो टूक शब्दों में कहा है कि खुद प्रशासन चाहता हैं कि नगर की सड़के जाम हो। इसलिए वह किसानों के हित में निर्णय लेने से डर रहा है। अब किसान खुद ही अपनी व्यवस्था करेंगे और सड़क के दोनों और कृषि उपज मंडी से लेकर इंदौर रोड सीहोर नाका तक उपज से भरी ट्रालियों की लंबी कतार लगेगी। इसके बाद मंडी में उपज की नीलामी होंगी। यदि आम लोगों को दिक्कत होती हैं तो प्रशासन अपनी व्यवस्था करें।
सौपा ज्ञापन…
उल्लेखनीय हैं कि नगर के मुख्य मार्ग भोपाल इन्दौर रोड पर प्रतिदिन जाम के हालात निर्मित हो रहे हैं, इसके पीछे बड़ा कारण कृषि उपज मंडी में उपज की भरपूर आवक होना है। लगभग 25 हजार क्लिंटल से अधिक की आवक प्रतिदिन कृषि उपज मंडी में बनी हुई हैं। 500 से भी अधिक ट्रालियां लेकर किसान पहुंच रहे हैं। कृषि उपज मंडी में जगह के आभाव होने से ओर व्यापारियों के द्वारा लगातार खरीदी जा रही उपज को भी मंडी प्रागंण में ही ढेर लगाकर रखा हुआ हैं, जिससे अब 100 ट्रालियों से अधिक की नीलामी मंडी में होना संभव नहीं है। जगह के आभाव मे नवीन कृषि उपज मंडी की जमीन पर नीलाम की प्रक्रिया शुरु किये जाने पर चर्चाएं लगातार चल रही हैं, लेकिन प्रशासन अपने निर्णय पर नहीं पहुंच सका हैं। जिसके कारण किसान परेशान हैं और उसकी समस्याएं दिनों दिन बढ़ती जा रही हैं।
किसान स्वराज संगठन ने लगाए आरोप-
लगाए आरोप…
किसान स्वराज संगठन के प्रदेश अध्यक्ष गजेन्द्र जाट, विष्णु डोड, भगवान सिंह यदुवंशी व शंकर पटेल ने आरोप लगाते हुए कहा कि किसान इस समय पर सड़क पर अपनी उपज बेचने के लिए जद्दोजहद कर रहा हैं, लेकिन प्रशासन के पास इतना समय नहीं हैं कि वह किसानों की समस्याओं का समाधान कर सकें। तीन सालों से पारदीपुरा में नवीन मंडी का निर्माण स्वीकृत हैं। लेकिन प्रशासन कब्जाधारियों को बेदखल करने में नाकाबिल साबित हो रहा है। जिससे अन्नदाता को खुले आसमान के नीचे रात गुजारकर उपज बेचना पड़ रही है। उन्होंने प्रशासन को दो टूक चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सोमवार तक किसानों के हित में कोई निर्णय नहीं लिया गया तो अन्नदाता सड़क पर दिखाई देगा।
मंडी में ही होगी नीलाम- मंडी सचिव
मंडी सचिव विलियम जॉर्ज ने बताया कि मंडी व्यापारियों को सूचना पत्र जारी कर दिये गए हैं। जिन व्यापारियों की उपज मंडी प्रांगण में खुले में रखी हैं उन्हें दो दिनों के अंदर हटाकर प्रांगण खाली करना होगा। सोमवार से कृषि उपज मंडी में ही उपज की नीलामी पूर्ववत होगी। किसानों की व्यवस्था पूर्व की तरह रहेगी। सड़क के किनारे एक तरफ ट्रैक्टर ट्रालियां खड़ी होगी और टोकन सिस्टम से किसानों को मंडी में प्रवेश दिया जाएगा। इस संबंध में हमने वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया है। यदि वहां से कोई निर्देश मिलते है तो आगे की व्यवस्था प्रशासन की देखरेख में होगी।
ज्ञापन मे किया उल्लेख-
किसान संघ के पदाधिकारी शंकर पटेल ने प्रशासन की कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि किसान अपनी उपज बेचने के लिए सड़क पर रात गुजार रहा है। खेतों में रबी फसल की बुआई का समय चल रहा है, लेकिन पर्याप्त बिजली नहीं मिल पा रही है। खाद के लिए किसान पूरे दिन परेशान हो रहा है, लेकिन जमकर काला बाजारी की जा रही है। शासन ने समर्थन मूल्य पर सोयाबीन खरीदे जाने के आदेश जारी किये, लेकिन एक भी खरीदी केंद्र शुरु नहीं हो सका।
आखिर सरकार और प्रशासन किसानों से किस बात बदला ले रहा है। एक तरफ तो प्रदेश में किसानों की सरकार काबिज हैं लेकिन दूसरी तरफ वहीं किसान दर दर की ठोकरे खा रहा है। ऐसा लगता है कि सरकार ने वोट लेने के बाद किसानों से मुंह मोड़ लिया है। उन्होंने प्रशासन से मांग की हैं कि सरकार द्वारा घोषित 10 घंटे की बिजली लगातार दी जाये, खाद की कालाबाजारी रोकते हुए सभी किसानों को उनके हक के आधार पर खाद उपलब्ध कराया जाये। विचौलियों की कालाबाजारी को रोका जाये, उर्वरक के साथ किसानों को थोपी जा रही नैनो यूरिया, नैनो डीएपी को बंद करवाया जाये। सोयाबीन की खरीदी के लिए केंद्रों को शुरु करवाया जाये। यदि उक्त समस्याओं का समाधान नहीं किया जाता है तो प्रशासन और किसान सड़क पर आमने-सामने होंगे। वही प्रशासन का कहना है कि 25 नवम्बर के बाद अतिक्रमणकारियों को बेदखल करने की कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान पुलिस, राजस्य व मंडी का संयुक्त अमला मौजूद रहेगा।
सोमवार को सुबह 07 बजे से मिलेगा प्रवेश-
कृषि उपज मंडी समिति द्वारा समस्त किसानों को सूचित किया गया है कि 23 और 24 को बैंक अवकाश के अलावा रविवार को सप्ताहिक अवकाश होने से दो दिन मंडी में नीलामी कार्य नहीं होगा। 25 नवम्बर सोमवार को प्रातः 07 बजे मंडी प्रागंण में ट्रैक्टर-ट्रालियों को प्रवेश दिया जाएगा। इसलिए कोई भी किसान रात में ट्रैक्टर-ट्राली लेकर मंडी न आये। गुरुवार को कृषि उपज मंडी में 23174 किंटल आवक दर्ज की गई, जिसमें मक्का 21099 क्विंटल, सोयाबीन 413, गेहूं 1589, चना 22, धान 49 क्विंटल बिकने के लिए पहुंची।
