
गांव के बुजूर्गाे व मजदूरों का आरोप खनिज विभाग करना चाहता है रोजी- रोटी से बेदखल…
भैरूंदा- किसान के खलिहान में खड़ी पनडुब्बी मशीन को जब्त करने पहुंची खनिज इंस्पेक्टर को ग्रामीणों के विरोध के बाद उल्टे पांव वापस लौटना पड़ा।
बता दे कि विगत दिनो सीहोर जिले मे माइनिंग विभाग के अधिकारियो के तबादले के बाद नवागत अधिकारी द्वारा कार्यवाही देखी जा रही है। लेकिन कार्यवाही को लेकर ग्रामीणो द्वारा माइनिंग इंस्पेक्टर पर हठधर्मिता के आरोप लग रहे है, जिसको लेकर विगत दिनो ग्राम मंडी क्षेत्र से मजदूर व ट्रक चालक जिला कलेक्ट्रेट पहुंचकर धरना-प्रदर्शन किया तो वही कलेक्टर को आवेदन देकर माइनिंग इंस्पेक्टर की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए थे, जिसको लेकर कलेक्टर व माइनिंग अधिकारी द्वारा जांच की बात भी कही थी।
कलेक्ट्रेट मे किया था धरना-प्रदर्शन…
वही एक बार फिर ग्राम छिदगांव काछी मे गांव के बुजूर्ग व मजदूरों का आरोप हैं कि खनिज इंस्पेक्टर के द्वारा विगत दिनो से उन्हें लगातार परेशान किया जा रहा है। जिसका नतीजा यह हैं कि मजदूरों से रोजगार छीन गया हैं और कई परिवार जो रेत घाटों पर मजदूरी कर अपनी जीविका चलाते थे, उनके सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। ऐसे में अब वह अपने परिवार का लालन-पालन कैसे करेंगे। ग्रामीणों के विरोध के बाद जब इस मामले में खनिज इंस्पेक्टर घिरती नजर आई तो वह उल्टे पांव वाहन में बैठकर रवाना हो गई। मौके पर मौजूद मीडिया के सवालों का भी उन्होंने कोई जबाव नहीं दिया। जब उनसे मोबाइल पर चर्चा करना चाही तो उन्होंने अपना मोबाइल भी बंद कर लिया।
मीडिया के सवालों का भी नही दिया जवाब…
जानकारी के मुताबिक गुरुवार दोपहर को खनिज इंस्पेक्टर खुशबू वर्मा क्षेत्र के गांव छिदगावं कांछी अमले के साथ कार्यवाही करने के लिए पहुंची थी। इस दौरान वह छिदगांव कांछी निवासी राजकुमार कुशवाह के घर पहुंची ओर उसके खलिहान में खड़ी पनडुब्बी मशीन को जब्त करने के लिए मौजूदा अमले से कहा। इसी दौरान ग्रामीणों का हुजूम मौके पर एकत्रित हो गया। ओर वह खनिज इंस्पेक्टर के द्वारा की जा रही मनमानी पूर्वक कार्यवाही का विरोध करने लगे। हालांकि खनिज इंस्पेक्टर कार्यवाही करने उतारू थी ओर वह ग्रामीणों को लगातार धमका रही थी। लेकिन ग्रामीणों की संख्या में बढ़ोतरी होने के बाद उन्होंने राजस्व अमले को इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंचे तहसीलदार सौरभ शर्मा ने ग्रामीणों को समझाईश देकर मामला शांत कराया। और खनिज इंस्पेक्टर को बिना कार्यवाही के बैरंग लौटना पड़ा।
ग्रामीण का आरोप – खलिहान में खड़ी मशीन को जब्त करने का है अधिकार
इस मामले में ग्रामीण दिनेश उर्फ गब्बर कुशवाह व उसके परिवाजनों ने तहसीलदार सौरभ शर्मा से चर्चा करते हुए कहा कि साहब मेरी मशीन पिछले 06 माह से भी अधिक समय से बंद हालत में खलिहान में खड़ी हुई हैं। मेरे खलिहान से नर्मदा की दूरी दो किमी. से भी अधिक है। जब मौके पर कोई मशीन चली ही नहीं रही हैं तो उसे किस आधार पर जब्त करने की बात खनिज इंस्पेक्टर कर रही हैं। क्या खनिज विभाग को इतना अधिकार हैं, कि वह घर के अंदर खड़ी किसी वस्तु को जबरन जब्त कर सकती है। ग्रामीण के आरोप के बाद तहसीलदार ने जब अन्य ग्रामीणों से चर्चा की तो मामला सहीं पाया गया। पनडुब्बी मशीन 06 माह से भी अधिक समय से बंद हालत में ढकी अवस्था में खड़ी थी। इसके बाद तहसीलदार ने समझाईश देकर मामला शांत कराया और खनिज इंस्पेक्टर खुशबू वर्मा को वैरंग लौटना पड़ा।
तहसीलदार सौरभ शर्मा, भैरूंदा
ग्रामीणों का कहना – रोजी रोटी छीनने पर उतारू है खनिज विभाग
मौके पर मौजूद ग्रामीण यह कहते नजर आ रहे थे कि खनिज विभाग अब हमारे परिवार को जीने नहीं देना चाह रहा है। पहले ही रेत का काम बंद हो चुका है और अब जबरन घरों में घुसकर धमका रहा है। यदि ऐसे ही हालात रहे तो हमें गांव छोडक़र जाना पड़ेगा। 60 वर्षीय बुजूर्ग रामकिशोर कुशवाह ने बताया कि गांव में मजदूर वर्ग निवास करता है। घाटो पर मजदूरी कर अपने परिवार का लालन-पालन कर रहा हैं। जो विभाग को रास नहीं आ रहा है। अब विभागीय अधिकारी घरों में घुसने लगे हैं, जो कि गलत हैं। इसका ग्रामीण पूरजोर विरोध कर रहे है। इस मामले में जब खनिज अधिकारी धमेन्द्र चौहान से चर्चा करना चाही तो उन्होंने कहा कि मैं अभी अस्पताल में हूं, बाद में इस मामले में बात करूंगा।
वायरल हुआ था बिडीओ…
