
महारूद्र यज्ञ का 28 को होंगा, पूर्णाहुति के साथ समापन…
भैरुंदा- बुधवार को महाशिवरात्रि के मौके पर हजारो की संख्या में श्रद्धालु नर्मदा स्नान करने के लिए नर्मदा तट नीलकंठ पहुंचे। इस दौरान सुबह से लेकर देर शाम तक यहां श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। महाशिवरात्रि से नीलकंठ में लगने वाले 03 दिवसीय मेले का शुभारंभ भी हुआ। अमावस्या को यज्ञ पूर्णाहुति के साथ मेले का समापन होगा। 45 वें महारूद्र यज्ञ का आयोजन बीते 22 फरवरी से शुरू हुआ। महाशिवरात्रि को रात्रि जागरण के साथ यज्ञ में आहुतियां दी गई। विशेष पर्व होने के चलते सुबह 05 बजे से ही स्नान करने श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने लगी थी। दोपहर तक एक जैसी स्थिति यहां देखने को मिली। इस दौरान श्रद्धालुओं ने नर्मदा मुख्य घाट पर जाकर स्नान कर भगवान भोले की पूजा-अर्चना की। आगामी 02 दिनों में यहां पर भजन प्रतियोगिता सहित अन्य कई कार्यक्रम संपन्न होंगे। क्षेत्र के प्रसिद्ध नीलकंठ में स्थित नीलकंठेश्वर महादेव का पुराणों में भी उल्लेख मिलता है। इसके अतिरिक्त यहां पर माँ नर्मदा उत्तरायण होकर बहती है साथ ही यहां माँ नर्मदा का ओम आकृति का स्वरूप देखने को मिलता है। ऐसे में इस स्थान पर स्नान करने का महत्व सबसे अधिक माना गया है। महाशिवरात्रि होने के चलते श्रद्धालु यहां पर स्नान करने पहुंचे और उन्होंने नीलकंठेश्वर महादेव की पूजा-अर्चना कर दर्शन लाभ लिया। इस अवसर पर हजारो श्रद्धालु माॅ नर्मदा में स्नान करने पहुंचे।
बीते 44 वर्षों से यहां पर महारूद्र यज्ञ का आयोजन आसपास के ग्राम वासियों के सहयोग से किया जा रहा है। सात दिवसीय यज्ञ के दौरान प्रतिदिन यहां पर भंडारे का आयोजन किया जाता है। यज्ञ का समापन 28 फरवरी शुक्रवार को पूर्णाहुति व भंडारे के साथ होगा।
बुधवार को शिवरात्रि के मौके पर नर्मदा स्नान करने पहुंचे श्रद्धालुओं को जाम की समस्या से गुजरना पड़ा। पार्किंग के लिए पर्याप्त व्यवस्था नही किए जाने का नतीजा यह रहा कि नीलकंठ पहुंचने से पहले ही श्रद्धालुओं को 03 घंटे जाम से गुजारना पड़ा। इस दौरान 02 किलोमीटर लंबे सड़क मार्ग पर वाहन रेंगते नजर आए।
श्रद्धालुओ का उमड़ा जन सैलाब…
बता दे कि कुबरेश्वर धाम में स्थानीय थाने से भी पुलिस की तैनाती किए जाने के चलते पर्याप्त बल यहां मौजूद नही था। ऐसे में पुलिस के जवानों को भी जाम खुलवाने में समस्याओं का सामना करना पड़ा। नर्मदा तट पहुंचने से पूर्व ही दो किलोमीटर पहले लोगों के द्वारा सड़क पर ही अपने वाहनों को खड़ा कर दिया गया। जिससे आवागमन पूरी तरह बधित हो गया। स्थिति यह रही कि सुबह 08 से 11 बजे तक लगभग 02 किलोमीटर से अधिक लंबा जाम यहां पर लग गया। इस दौरान स्नान करने जाने वाले श्रद्धालु जाम में फंसे रहे और जैसे-तैसे नर्मदा स्नान करने के लिए पहुंचे। जन सैलाब के चलते नीलकंठ टप्पर से लेकर नीलकंठ गांव तक सड़क पर वाहन ही वाहन दिखाई दे रहे थे।
