
गेहूं खरीदी: 175 रुपए बोनस के साथ 2600 रुपए प्रति क्विंटल खरीदा जाएगा…
भैरूंदा- न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी शुरू हो चुकी है। समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी 05 मई तक होगी। जिसके लिए 31 मार्च तक किसान पंजीयन करा सकते हैं। वही गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2425 रुपए के अलावा किसानों को 175 रुपए प्रति क्विंटल बोनस सरकार द्वारा दिया जाएगा।
इस बार 2600 रुपए प्रति क्विंटल की दर से गेहूं खरीदा जाएगा। किसानों को गेहूं बेचने के लिए ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग करनी होगी। साथ ही जिन किसानों ने गेहूं उपार्जन के लिए अभी तक पंजीयन नहीं कराया है वे 31 मार्च तक अपना पंजीयन करा सकते हैं।
बता दे कि म.प्र. शासन खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग भोपाल के जारी उपार्जन नीति अनुसार दिये गये निर्देश के परिपालन में रवी विपणन वर्ष 2025-26 अन्तर्गत समर्थन मूल्य पर गेंहु उपार्जन कार्य दिनांक 15 मार्च 2025 से 05 मई 2025 तक किया जाना है।
जिसके तारतम्य में कार्यालय कलेक्टर खाद्य जिला सीहोर के आदेशानुसारअनुभाग भैरूंदा में 56 उपार्जन केन्द्र स्थापित किये गये है। गँहु समर्थन मूल्य 2425 एवं राज्य शासन का बोनस मिलाकर कुल 2600 रूपये प्रति क्विंटल की दर से गेंहु खरीदा जावेगा। अनुभाग भैरूंदा में अब तक कुल 15,489 किसानों द्वारा 13,814 गेंहू के पंजीयन एवं 3,468 चने के पंजीयन कराये गये है।
जिसके संबंध में आज दिनांक 20 मार्च 2025 को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व भैंरूंदा मदन सिंह रघुवंशी की अध्यक्षता में विकासखण्ड स्तरीय उपार्जन समिति के सदस्यों अनुविभागीय कृषि विस्तार अधिकारी, शाखा प्रबंधक जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक, गोदाम प्रभारी MPSCSC, शाखा प्रबंधक MPWL एवं उपार्जन संस्था के प्रबंधकों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में शासन द्वारा जारी उपार्जन नीति में दिये गये दिशा-निर्देशों के मापदण्ड अनुसार उपार्जन कार्य सुचारू रूप से सम्पन्न करानें के निर्देश दिये गये।
जिसमें मुख्यतः बिंदुओं पर चर्चा की गई, जो निम्न है –
1. कृषकों के गेंहु उपार्जन का कार्य सप्ताह में 05 दिवस (सोमवार से शुक्रवार) समय प्रातः 8:00 बजे से शाम 8:00 बजे तक किया जाएगा। कृषक तौल पर्ची सांय 06 बजे तक जारी की जाएगी। कृषकों की FAQ गुणवत्तापूर्ण मात्रा की उपज ही खरीदी जावेगी। यदि कृषक की उपज NON FAQ गुणवत्ताहीन होगी तो कृषक को 48 घंटे के भीतर पुनः अपग्रेडेशन कराना होगा। एवं गेंहू की नमी 12-14 Moisture के बीच होनी चाहिए। अतः कृषक अपनी फसल केन्द्र पर लाने से पहले ही कचरा, मिटटी, साफ कर लेवे एवं असुविधा से बचे।
2. कृषकों को समर्थन मूल्य पर उपज विक्रय हेतु उपार्जन पोर्टल पर अपनी सुविधानुसार उपार्जन केन्द्र चयन कर स्लॉट बुकिंग कराना होगा। जिसकी समयावधि 07 दिवस रहेगी। उक्त समयावधि में ही कृषकों को उपज केन्द्र पर विक्रय कर बिल बनावाना होगा। समयावधि में बिल बनवाने से समय पर भुगतान होगा। समयावधि समाप्त होने के बाद बिल नहीं बनेगा।
3. उपार्जन संस्था यह व्यवस्था करें कि केन्द्र पर उपज विक्रय करनें आ रहे कृषकों की स्लॉट चैक करें उतनी ही मात्रा केन्द्र पर भण्डारित करावे एवं FAQ गुणवत्ता की उपज खरीदें तथा 50 kg+बारदाना का वजन अनुसार प्रति बोरी की तुलाई करें। साथ ही तुलाई कार्य में अव्यवस्था न हो जिसके लिए क्रमबद्ध कृषकों को टोकन जारी करेंगें एवं उपार्जन केन्द्र पर कृषकों की सुविधा के दृष्टिगत पेयजल व्यवस्था, बैठने हेतु कुर्सी एवं छायादार स्थान एवं तिरपाल व्यवस्था करेगें।
गेंहु उपार्जन कार्य की प्रक्रिया में 06 चरण हैं, जिसके अंतर्गत किसान पंजीयन, किसान द्वारा स्लॉट बुकिंग, अनाज खरीदी, परिवहन, संग्रहण और भुगतान करने जैसी आदि प्रक्रिया शामिल है, जिससे की एक सुनियोजित योजना बनाई जा सके।
