अमित शर्मा, लाड़कुई/भैरूंदा
भैरूंदा – ग्राम बोरखेड़ा खुर्द, तहसील भेरूंदा, जिला सीहोर को ग्राम पंचायत बने चार वर्ष पूर्ण हो चुके हैं, किंतु आज तक इस ग्राम में पंचायत से जुड़ी एक भी मूलभूत सुविधा सुलभ नहीं हो सकी है। ग्रामीणों के अनुसार पंचायत भवन, सामुदायिक भवन, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं प्रवेश द्वार जैसी आवश्यक संरचनाओं का अब तक निर्माण नहीं हो पाया है, जिससे गांव विकास की मुख्यधारा से कोसों दूर है।
सबसे चिंताजनक स्थिति अधूरे सड़क निर्माण की है। ठेकेदार द्वारा कार्य अधूरा छोड़कर लापता हो जाने के कारण मार्ग की हालत जर्जर बनी हुई है। घरों के सामने रपटा या स्लोप जैसी सुविधाएं नहीं बनाई गई हैं, जिससे वर्षा के समय जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। साथ ही, अब तक नाली निर्माण का कार्य भी शुरू नहीं हो सका है।

इस बदहाल व्यवस्था का सबसे बुरा असर गांव के शासकीय स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र पर पड़ा है। नाली के अभाव में वर्षा का पानी स्कूल परिसर में भर गया है, जिससे बच्चों को स्कूल तक पहुंचने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। विद्यालय में पढ़ाई के दौरान कुछ दिन पूर्व एक खतरनाक गोयरा (छिपकली की प्रजाति) क्लासरूम के अंदर एक पेटी के पीछे देखा गया, जिसे ग्रामवासियों ने तत्परता से मार गिराया। यह घटना न केवल बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है, बल्कि विद्यालय की दुर्दशा को भी उजागर करती है।
ग्राम में सड़क निर्माण प्रारंभ हुए दो माह से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन संबंधित विभाग द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। ग्रामीणों की शिकायतें लगातार अनसुनी की जा रही हैं।
प्रशासन से आग्रह –
ग्राम बोरखेड़ा खुर्द के नागरिक प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों से मांग करते हैं कि वे शीघ्र संज्ञान लेकर अधूरे निर्माण कार्यों को पूर्ण कराएं तथा ग्राम को मूलभूत सुविधाओं से सुसज्जित करें, ताकि बच्चों की शिक्षा और ग्रामीणों का जीवन सुरक्षित एवं सहज हो सके।
