अमित शर्मा, लाड़कुई/भैरूंदा
सीहोर- वर्ष 2025 में सीहोर जिले में चिन्हित जघन्य एवं सनसनीखेज आपराधिक प्रकरणों की प्रभावी समीक्षा तथा पीड़ितों को शीघ्र न्याय दिलाने के उद्देश्य से जिला स्तरीय समिति की बैठक कलेक्टर सभाकक्ष में सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता कलेक्टर के. बालागुरू द्वारा की गई।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक दीपक शुक्ला, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती सुनीता रावत, नोडल अधिकारी (चिन्हित प्रकरण), प्रभारी सहायक अभियोजन निदेशक केदार सिंह कौरव सहित विभिन्न विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
बैठक में बताया गया कि वर्ष 2025 के जून माह तक जिले के कुल 09 चिन्हित जघन्य प्रकरणों में न्यायालय द्वारा सजायाबी सुनिश्चित की गई है, जिनमें हत्या, बलात्कार एवं एसिड अटैक जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं। इन प्रकरणों में दोषियों को 10 वर्ष के कारावास से लेकर आजीवन कारावास तक की सजा सुनाई गई है। जिले की सजायाबी दर वर्तमान में 90% दर्ज की गई है, जो कि एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
बैठक में प्रत्येक चिन्हित प्रकरण की बिंदुवार समीक्षा की गई। कलेक्टर बालागुरू ने निर्देशित किया कि पुलिस विभाग विवेचना में और अधिक गति लाए, समय पर अभियोग पत्र प्रस्तुत करें, गवाहों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए तथा न्यायालयीन कार्यवाही को प्रभावी ढंग से संपादित किया जाए।
पुलिस अधीक्षक द्वारा विवेचना की अद्यतन स्थिति प्रस्तुत की गई, वहीं अभियोजन अधिकारी ने पैरवी की स्थिति से समिति को अवगत कराया। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि अभियोजन और पुलिस विभाग आपसी समन्वय से कार्य करें तथा इन प्रकरणों की मासिक समीक्षा सुनिश्चित की जाए। बैठक का मुख्य उद्देश्य कानून व्यवस्था के प्रति आमजन में विश्वास को सुदृढ़ करना तथा पीड़ितों को शीघ्र एवं प्रभावी न्याय दिलाना रहा।
