अमानक फफूंदनाशक बेचने वाले विक्रेता का लाइसेंस निरस्त…

अमित शर्मा, लाड़कुई/भैरूंदा
आष्टा- अमानक फफूंदनाशक SPUR-907 बेचने पर आष्टा के कन्नोद रोड़ स्थित कीटनाशक विक्रेता मेसर्स अम्बिका ट्रेडर्स का लाइसेंस निरस्त कर दिया गया है।

      उल्लेखनीय है कि किसानों की शिकायत पर कृषि विभाग द्वारा फील्ड का निरीक्षण एवं परीक्षण किया गया। निरीक्षण में पाया गया कि इस दुकान द्वारा बेचे गए फफूंदनाशक SPUR-907 के प्रयोग से लगभग 135 किसानों की 1500 एकड़ भूमि की सोयाबीन की फसल नष्ट हो गई। परीक्षण के दौरान यह भी पाया गया कि इस उत्पाद की गुणवत्ता मानकों के अनुरूप नहीं थी, जो कि कीटनाशी अधिनियम का स्पष्ट उल्लंघन है। इस संबंध में संबंधित विक्रेता को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था, जिसमें विक्रेता द्वारा दिया गया जवाब समाधान कारक नहीं पाया गया। प्रकरण की गंभीरता एवं किसानों के हितों को दृष्टिगत रखते हुए कीटनाशी अधिनियम के तहत इस दुकान का कीटनाशक लाइसेंस निरस्त कर दिया गया है।

यह है मामला- 

जानकारी के अनुसार खेमपुर गुलरिया, अरोलिया, परोलिया आदि 20 गांवों के किसानों ने अंबिका पाटीदार ट्रेडर्स से सुपर- 709 नामक फफूंदनाशक दवा खरीदी। दवा को सोयाबीन बीज के साथ मिलाकर खेतों में बोवनी की थी, अमानक दवा से सोयाबीन की करीब 1500 एकड़ फसल खराब हो गई। किसानों ने इसकी शिकायत आष्टा तहसील कार्यालय में नायब तहसीलदार मुकेश सांवले से की। जिसकी जांच कराई तो पता चला कि अंबिका ट्रेडर्स के प्रोपराइटर ने किसानों को जो फफूंदनाशक दवा बेची है, उसे नागपुर की यूनिवर्सल एग्रो केमिकल इंडस्ट्रीज ने बनाया है। लेकिन फफूंदनाशक दवा के अमानक होने के चलते किसानो की फसल खराब हो गई।

किसानो ने दिया धरना-

फफूंदनाशक दवा से फसल बर्बाद होने के बाद किसानों का दो दिन तहसील कार्यालय के बाहर धरना जारी रखा। वही सोमवार रात भी किसान वहीं डटे रहे। मंगलवार को प्रशासन ने कार्यवाही की। यूनिवर्सल एग्रो केमिकल इंडस्ट्रीज और अंबिका पाटीदार ट्रेडर्स पर थाना आष्टा में विभिन्न धारा मे प्रकरण दर्ज किया गया। तो वही स्थानीय विक्रेता का लाइसेंस भी रद्द कर दिया गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »
error: Content is protected !!