छिंदवाड़ा मे हुई घटना के बाद, स्वास्थ विभाग अलर्ट सीहोर मे मेडिकल स्टोरों की जांच के साथ झोलाछाप डाॅक्टर पर कार्यवाही…
जितेंद्र जाट, एमपी फार्मासिस्ट एसोसिएशन जिला अध्यक्ष ने सरकार के स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने के प्रयास का, किया स्वागत…
अमित शर्मा, लाड़कुई/भैरूंदा
भैरूंदा – छिंदवाड़ा में 25 से अधिक बच्चो की मौत के करीब बाद जागे सीहोर स्वास्थ विभाग ओर नगर के कई मेडिकल स्टोरो की जांच की, जांच के दौरान कई मेडिकल स्टोरो में अनियमितता पाई गई। फार्मासिस्ट का न होना, स्टाक रजिस्टर में दवाओं का लेखा जोखा न होना, कम पड़े लिखे युवको द्वारा मरीजो को दवा देना, लायसेंस न होना, जैसी कई लापरवाही सामने आई।

गौरतलब है कि सीहोर में तकरीबन 140 मेडिकल स्टोर संचालित हो रहे, अधिकतर मेडिकल स्टोर में फार्मासिस्ट नही बैठते है, कम पड़े लिखे युवक जिनको न दवाओं का ज्ञान है, और न ही दवा की खुराक की जानकारी है, इसके अलावा कई मेडिकल स्टोर बिना लाइसेस के संचालित हो रहे है। तकरीबन एक दर्जन मेडिकल स्टोर की जांच में ये साफ हो गया कि अधिकतर मेडिकल स्टोर नियमो का पालन नही कर मरीजो की जान से खिलवाड़ कर रहे है। वही ड्रग इंस्पेक्टर द्वारा मौके पर ही इन सब लापरवाही को रजिस्टर में दर्ज कर लापरवाही करने वालो मेडिकल स्टोरों को नोटिस देने की तैयारी भी की गई।

वही जितेंद्र जाट, एमपी फार्मासिस्ट एसोसिएशन जिला अध्यक्ष ने बनाया कि सर्वप्रथम सरकार के स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने के प्रयास के लिए मैं धन्यवाद देता हूं। हर जिलों में हो रहे सघन जांच ओर नियमों के पालन के लिए सरकार द्वारा की जा रही कार्यवाही को पूर्ण रूप से सहयोग करने का हरसंभव प्रयास करेंगे। सभी फार्मासिस्ट साथियों को नियमों और उनके पालन का आहवान करता हूं। सक्षम अधिकारी से बातचीत कर के जन मानस में इसे लेकर जो डर व्याप्त हुआ हैं, उसको कम करने का प्रयास हमारा संघठन करेगा, उन सभी फार्मासिस्ट बंधुओ ने अनुरोध करता हूं, कि आप डरें नहीं आप सरकार का सहयोग करें। आपके द्वारा जो सेवा प्रदान की जा रही हैं, वो अद्वतीय हैं किंतु आप भी आपने प्रफेशन को सुव्यवस्थित और सुचारू रूप से चलाने का प्रयास करें। फार्मेसी act 1948 में कुछ परिवर्तन किए गए है, जिनमें फार्मासिस्ट की अनिवार्यता को प्रतिस्थापित करने का कार्य किया जा रहा हैं, जो स्वागत योग्य है। कही कोई अनियमितता पाई जाती हैं, तो उन्हें सुधारे और फार्मासिस्ट द्वारा सेवा पहले फिर व्यापार को प्राथमिकता देंवे।
जिला सीहोर की MPPA की टीम आपके साथ हैं, जिस स्तर पर भी कार्यवाही की जावेगी उसका नियम संगत प्रक्रियाओं द्वारा ही किया जावेगा। जिन लोगों के रजिस्ट्रेशन में दिक्कत हैं या जिनका रेनोबल होना हैं। उसको प्राथमिकता से संस्थान पर प्रदर्शित करें और अपना व्यापार करते रहें, जो भी नियमों के विपरीत कार्य कर रहें हैं। उन्हें शीघ्र आपने संस्थान बंद कर देने चाहिए जिससे क्षेत्र के ओर भी साथियों को सेवा करने का मौका मिले।
इसके साथ ही उन्होंने सरकार द्वारा संचालित किए जा रहे है, प्रधानमंत्री जन ओषधि केंद्र की भी सराहना की उन्होंने कहा कि जिस तरह से शासन द्वारा जन ओषधि केंद्र संचालित किए जा रहे हैं, उन्हें भी प्रोत्साहित करना चाहिए क्योंकि गरीब तपके के लोगों के लिए यह किसी वरदान से कम नहीं है, यहां पर सस्ती दवाई उपलब्ध कराई जाती है, जिससे कि गरीबों को लाभ मिल सके, वही इन जन ओषधि केंद्र के संचालक के लिए शासन द्वारा स्थान भी उपलब्ध कराना चाहिए, वही भैरूंदा में देखा जाए तो अस्पताल से काफी दूर यह ओषधि केंद्र संचालित किया जा रहा है।
वहीं इसके प्रचार प्रसार में भी कमी नजर आ रही है, देखा जाए तो अधिकतर लोगों को जानकारी में ही नहीं है, कि इस प्रकार का कोई जन ओषधि केंद्र भैरूंदा में संचालित हो रहा है, जहां की बहुत कम कीमत पर लोगों को दवाइयां मोहिया कराई जा रही है।
