लाड़कुई गाँव के किसान पुत्र हिमांशु पाराशर बने, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ABVP के उपाध्यक्ष…

अमित शर्मा, लाड़कुई/भैरूंदा
भैरूंदा– सीहोर जिले के छोटे से गाँव लाड़कुई से निकला एक साधारण किसान परिवार का बेटा आज हजारों विद्यार्थियों की आशाओं का प्रतिनिधि बना है।

हिमांशु पाराशर, पिता अशोक पाराशर (किसान), को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा मध्यप्रदेश के सबसे बड़े विश्वविद्यालय — देवी अहिल्या विश्वविद्यालय — का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।

यह सिर्फ एक पद नहीं, बल्कि एक संघर्षशील परिवार के सपनों की जीत है। खेत में पसीना बहाने वाले पिता की मेहनत, गाँव की मिट्टी की सादगी, और शिक्षा के प्रति एक युवा का समर्पण—इन सबका सुंदर समागम इस उपलब्धि में झलकता है।

हिमांशु का यह चयन ग्रामीण युवाओं के लिए एक प्रेरणादायक संदेश है, कि परिस्थितियाँ चाहे कितनी भी सामान्य हों, इच्छाशक्ति और परिश्रम असाधारण ऊँचाइयाँ दे सकते हैं। ABVP ने उनके समर्पण, नेतृत्व क्षमता और छात्र हितों के प्रति निरंतर काम को देखते हुए, यह जिम्मेदारी सौंपकर एक सकारात्मक उदाहरण पेश किया है।

हम आशा करते हैं कि हिमांशु पाराशर विद्यार्थी हित, राष्ट्रहित और संगठन के मूल्य–विचारों को आगे रखते हुए अपने पद की गरिमा को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाएँगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »
error: Content is protected !!