पुरानी रंजिश पर खूनी संघर्ष- ग्रामीणों ने कहा, आवेदन देने पर अधिकारियों ने नहीं की कार्यवाही…

ग्रामीण ने कहा, वन भूमि की 50 एकड़ जमीन पर आरोपियों ने कर रखा हैं कब्जा…

– वन परिक्षेत्र लाडक़ुई में वन भूमि पर अवैध अतिक्रमण करने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। यहां के लोगों ने कई एकड़ भूमि पर कब्जा कर उसे खेती के उपयोग में लिया जा चुका हैं, बावजूद इसके वन अमला ऐसे लोगों पर कोई प्रभावी कार्यवाही नहीं कर रहा हैं।

ऐसा ही एक मामला बीते दिवस लाडक़ुई वन परिक्षेत्र की रफीकगंज बीट के तहत सामने आया। जहां रफीकगंज निवासी एक परिवार ने कई एकड़ वन भूमि पर अतिक्रमण कर उसे खेती के लिए उपयोग किया जा रहा है। जिसे लेकर ग्रामीणों द्वारा कई बार शिकायत भी की, लेकिन विभाग ने कोई कार्यवाही नहीं की। इसी मामले में सोमवार को सरकारी रास्ते से खेत में जाने की बात को लेकर दो गुटों में खूनी संघर्ष हो गया। दोनो पक्ष के लगभग 07 लोग घायल हो गए, जिसमे दो लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर अवस्था में भोपाल रेफर किया गया।

वही वन विभाग की निष्क्रियता के चलतें वन विभाग की बेसकीमती भूमि व जंगल समाप्त होते जा रहे हैं। वन भूमि के आसपास लगे लोग जंगलो को कांंटकर इसे खेती में उपयोग कर रहे हैं। जब कोई ग्रामीण इस मामले में शिकायत करता हैं तो उसके साथ कब्जाधारियों द्वारा मारपीट की जाती हैं। लाडक़ुई बीट के रफीकगंज में जिस जगह पर वन विभाग द्वारा नर्सरी बनाई गई उस पर अब लोग खेती करते नजर आ रहे हैं। यह अतिक्रमण रफीकगंज नाके से महज कुछ सौ मीटर की दूरी पर है, लेकिन पदस्थ कर्मचारियों द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा हैं। 

शिकायत की, तो हुआ खूनी संघर्ष- 

रफीकगंज निवासी देवेन्द्र पिता रामाधार ने बताया कि हमारे द्वारा कई बार पुलिस व वन विभाग को लिखित व मौखिक आवेदन देकर शिकायत की, कि यह रफीकगंज निवासी मूरतलाल व उसके पुत्र राजेन्द्र, विजय, संतोष, विनोद द्वारा सरकारी भूमि पर कब्जा कर मुझे मेरे खेत पर जाने का रास्ता बंद कर दिया। रास्ते पर फेसिंग कर हमें हमारे खेत पर नहीं जाने दिया जाता है। मेरे द्वारा वर्ष 2018 में उक्त लोगों की शिकायत लाडक़ुई पुलिस व वन विभाग को की गई, जिसमें मैंने बताया कि किस तरह सरकारी जमीन पर इन लोगों द्वारा फेसिंग कर कब्जा किया गया। लेकिन उक्त लोगों पर कोई कार्यवाही ना होने से सोमवार 08 अप्रैल को मेरे पिता रामाधार व मेरे भाई जब खेत से घर लौट रहे, तो इन लोगों ने एक राय होकर उन पर पत्थरों से बार कर दिया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए और उनका उपचार भोपाल में चल रहा हैं। 

50 एकड़ जमीन पर किया कब्जा, लेकिन विभाग नहीं ले रहा कोई संज्ञान-

देवेन्द्र यादव ने बताया कि उक्त लोगों द्वारा वन विभाग की 50 एकड़ भूमि पर बाढ़ लगाकर, तार फेंसिंग कर अतिक्रमण कर लिया गया। उक्त जमीन से ही मेरे खेत पर जाने का रास्ता था, जिसे इन लोगों द्वारा बंद कर दिया गया। पिछले पांच वर्षो से रास्ते को लेकर कई बार यह लोग विवाद भी कर चुके हैं, लेकिन उक्त लोगों पर वन विभाग द्वारा कोई कार्यवाही नही की जिसके चलते मेरे खेत की मेढ़ पर आरोपियों द्वारा अपने जानवरों को भेजकर मेरी फसल, भूसा सहित अन्य सामग्रियों को नष्ट किया जा रहा हैं। वहीं शिकायत करने पर वह मुझे एससी-एसटी एक्ट में फंसाने की धमकी देते चले आ रहे हैं। फसल कंटने के बाद मैं उसे अपने घर भी नहीं ले जा सकता।

देवेन्द्र यादव, ग्रामीण रफीकगंज

वही घायल ने बताया कि शासकीय रास्ते को लेकर मारपीट की गई। उक्त व्यक्तियों द्वारा वन विभाग की भूमि पर तार फेंसिंग कर रखी है। रफीकगंज निवासी मुरतलाल यादव के परिवार द्वारा रास्ते की बात को लेकर विवाद किया गया है। 

घायल

आपसी मारपीट का मामला है। इस विवाद में कुल सात लोगो को चोटे आई है। घायलो में दोनों पक्षो के लोग शामिल है। गम्भीर घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर किया गया है। 

डॉ. महेश पांडे, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाड़कुई

 इनका कहना है- राजस्व व वन विभाग द्वारा संयुक्त सर्वे किया जाएगा, इसके बाद ही कोई कार्य़वाही की जाएगी। जिसको लेकर वनपाल को आदेशित किया गया है।

वन परिक्षेत्राधिकारी, प्रकाश उईके लाड़कुई 

    ग्राम रफीकगंज में रास्ते को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ है। दोनों पक्षों के बीच में पथराव और लाठी-डंडे से मारपीट हुई है। दोनों पक्षों की ओर से मामला पंजीबद्ध किया गया है। एक पक्ष की ओर से चार आरोपी तथा दूसरे पक्ष की ओर से तीन आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला पंजीबद्ध किया गया है। 

थाना प्रभारी, घनश्याम दांगी भेरूंदा

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