करीब आठ लोग थे शामिल, बाकी के आरोपी हुए फरार…
– वन परिक्षेत्र लाड़कुई के अंतर्गत इन दोनों लगातार अवैध गतिविधियां देखी जा रही है, जहां वन विभाग द्वारा लगातार कार्य़वाही की जाती है, तो वही अवैध गतिविधियों में भी तेजी देखी जा रही है, जहां पहले अवैध रूप से वैस कीमती सागौन के पेड़ों की कटाई, अवैध सागौन की सिल्लियो का परिवहन, वन क्षेत्र में अवैध उत्खनन के साथ कई गतिविधियां देखी जा रही थी। लेकिन अब वन प्राणियों के शिकार का मामला सामने आया है, जिसमे बुदनी के वन परिक्षेत्र लाड़कुई अंतर्गत राष्ट्रीय पक्षी मादा मोर का शिकार करते दो युवको को वन अमले द्वारा हिरासत मे लिया गया।
आरोपी गिरफ्त में…
जानकारी देते हुए परिक्षेत्र अधिकारी प्रकाश उईके ने बताया कि वन मंडलाधिकारी मंगल सिंह डाबर द्वारा कहा गया कि वन क्षेत्र श्यामपुर सबरेंज की बीट निमोटा से लेगे राजस्व क्षेत्र अंतर्गत मोर के शिकार की जानकारी मिली है।
वही वन मंडलाधिकारी मंगल सिंह डाबर के निर्देश पर वन अमले को सूचना दी गई। जिस पर परिक्षेत्र सहायक शरद रंजन नयापुरा, वीटगार्ड श्यामसुन्दर, अमरसिंह रावत, अरूण पेठारी, यशवंत गोयल के साथ वन कर्मी द्वारा मौके पर पहुंचकर देखा तो ब्रिजेश पिता रेंजा एवं अर्जुन पिता मोहन निवासी पाॅगरी अपने अन्य साथी के साथ मोर का शिकार कर रहे थे। वही वन अमला मौके पर पहुंचे ओर देखा तो शिकारियो द्वारा कुत्तो से मोर को हाका जा रहा था। इस दौरान वन अमले द्वारा घेराबंदी कर शिकारियो को पकड़ने का प्रयास किया। जिसमें दो आरोपी को हिरासत मे लिया गया। तो वही अन्य लगभग 08 साथी भागने मे सफल हो गए।
परिक्षेत्र अधिकारी प्रकाश उईके, लाड़कुई
वही मृत मोर को वन परिक्षेत्र लाड़कुई लाया गया। जहाॅ डाॅक्टर हिमांशुृ सुले द्वारा मोर का परीक्षण किया गया। इस दौरान डाॅक्टर श्री सुले ने बताया कि मादा मोर का शिकार किया गया। जिसमें दूर से किसी चीज से बार करने के चिन्ह दिखाई दे रहे है, वही मोस्टमार्टम के बाद स्थिति स्पष्ट होगी।
डाॅ. हिमांशुृ सुले, पशुचिकित्सक लाड़कुई
