कोतवाली पुलिस ने दंपति की शिकायत पर कार्यवाही कर वापस दिलाया मकान…
कोतवाली पुलिस की ताबड़तोड़ कार्यवाही…
– धर्मेंद्र राय, सीहोर
वैसे तो वकील का काम पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए जाना जाता है पर कभी कभी काले कोट की आड़ लेकर वकील भी गेर कानूनी काम करने लगते है, इसी प्रकार का एक मामला नगर सीहोर से सामने आया है, जिसमे वीरेंद्र तोमर नामक वकील ने एक बुजुर्ग दंपति के साथ विश्वास घात कर उनके मकान पर ही कब्जा कर लिया, पीड़ित दंपति की शिकायत पर कोतवाली थाना प्रभारी गिरीश दुबे ने कार्यवाही कर अपने ही घर से बेदखल दंपति को मकान वापस दिलाया।
वकील वीरेंद्र तोमर ने बुजुर्ग दंपति को इलाज के लिए 05 लाख रुपए उधार दिए थे, और एग्रीमेनेट के नाम पर रजिस्टार ऑफिस ले जाकर अपने असिस्टेन्ट की माँ के नाम मकान की रजिस्ट्री करावा ली और फिर नामांतरण इधर दंपति ने 03 माह बाद 03 लाख 50 हजार रुपए ओर कुछ समय बाद शेष राशि सूद सहित आन लाइन वकील वीरेंद्र तोमर को वापस भी कर दी।
वही जब बुजुर्ग दंपति अपने रिश्तेदार के यहां शादी में गए थे, उस दौरान वकील वीरेंद तोमर और उसके सहयोगी मोंटी खुराना ने मकान का ताला तोड़कर मकान पर कब्जा कर लिए, शादी से लौटे दंपति जब अपने मकान पर पहुचे तो ये देखकर दंग रह गए कि घर का सामान घर के बाहर पड़ा है, घर मे रखी गोदरेज की आलमारी का ताले टूटा पड़ा है, बाकी घर का सामान गायब है। और वकील ओर उसके साथी घर पर कब्जा कर बैठे है, तकरीबन 15 दिनों तक दर-दर की ठोकर खाने के बाद जब मामला के शिकायत थाना कोतवाली में की गई, तो वही कोतवाली पुलिस ने मोंटी खुराना, नीलम खुराना ओर वीरेंद्र तोमर के खिलाफ धारा 327, कर्जा एक्ट सहित 11 विभिन धाराओं में मामला दर्ज कर जांच मे लेकर तत्काल कार्यवाही करते हुए, मकान पर कब्जा कर बैठे मोंटी खुराना, नीलम खुराना ओर वकील वीरेंद्र तोमर को हिरासत में लेकर बुजुर्ग दंपति को मकान वापस दिलाया।
श्याम लाल पीड़ित..
गिरीश दुबे थाना प्रभारी कोतवाली…
