– अमित शर्मा, लाड़कुई/भेरूंदा
शासन द्वारा ई-उपार्जन पोर्टल पर खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर धान, ज्वार एवं बाजरा उपार्जन के लिए किसान पंजीयन के जारी निर्देशानुसार किसान पंजीयन समिति स्तर पर स्थापित पंजीयन केन्द्रों, एम पी ऑनलाईन, कॉमन सर्विस सेन्टर, कियोस्क, किसान एप व अन्य माध्यम से किसानों का विवरण समग्र पोर्टल एवं विगत वर्ष के पंजीयन डाटा बेस से तथा किसान द्वारा धारित भूमि रकबा एवं खसरे की जानकारी भू-अभिलेख के डाटा बेस से प्राप्त की जाकर पंजीयन करने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। कलेक्टर प्रवीण सिंह ने संबंधित अधिकारियों को फसलों के सत्यापन के संबंध में शासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि पंजीकृत किसानों में इन श्रेणियों के किसानों के पंजीयन रकबे फसल का सत्यापन किया जाएगा। विगत वर्ष के पंजीयन में 50 प्रतिशत अधिक रकबा हो पर 05 हेक्टेयर से अधिक पंजीकृत किसान, 05 हेक्टेयर से अधिक रकबा वाले किसानों, सिकमी बटाईदार कोटवार वन पट्टाधारी किसान, वन पट्टाधारी किसानों के रकबे फसल एवं फसल की किस्म का सत्यापन किया जाएगा। इन श्रेणियों के पंजीकृत किसानों का सत्यापन ई-उपार्जन पोर्टल पर एसडीएम, जिला प्रबंधक, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार द्वारा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ई-उपार्जन पोर्टल पर किसान पंजीयन सत्यापन के लिए अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, अनुविभागीय अधिकारी वन, तहसीलदार, नायब तहसीलदार का लॉगिन निर्मित है। उन्होने निर्देश दिए, कि किसान पंजीयन में उल्लेखित भूमि का एवं रकबे का मिलान राजस्व रिकार्ड एवं बोई गई फसल का मौके पर सत्यापन राजस्व विभाग के मैदानी अमले से कराएं। उन्होंने कहा कि सिकमी, बटाईदार किसान एवं अन्य की स्वामित्व की भूमि की श्रेणी में पंजीकृत किसान एवं रकबे की पुष्टि वास्तविक भू-स्वामी से एवं बोई गई फसल का मौके पर सत्यापन कराया जाए तथा उनके द्वारा किये गये अंनुबंध एवं अन्य दस्तावेजों का परीक्षण कराया जाए। इन श्रेणी के किसानों के सत्यापन उपरांत ही उपज की खरीदी की कार्यवाही की जाए। इसके लिए सत्यापन की कार्यवाही गंभीरता से की जाए।
उन्होंने कहा कि किसान के पंजीयन रकबा एवं फसल के सत्यापन में पाई गई स्थिति यथा पंजीयन सही/पंजीयन निरस्त/रकबा में संशोधन की कार्यवाही ई-उपार्जन पोर्टल पर अधिकारी के लॉगिन से की जाए के उपरांत ही पंजीयन सत्यापित माना जाएगा। वन पट्टाधारी किसानों के रकबे फसल एवं फसल की किस्म का सत्यापन वन विभाग के अमले द्वारा किया जाएगा। कलेक्टर प्रवीण सिंह ने खरीफ उपार्जन वर्ष 2024-24 अंतर्गत धान ज्वार एवं बाजरा के पंजीकृत किसानों के सत्यापन की कार्यवाही को निर्धारित समय-सीमा में सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
