वेयर हाउसों को दी गई डेडलाइन खत्म, केंद्रों की जांच करने पहुंचे अधिकारी…
– अमित शर्मा, लाड़कुई/भेरूंदा
भैरूंदा क्षेत्र के वेयर हाउसों में सोयाबीन खरीदी की जांच के लिए मार्कफेड जीएम, नेफेड के क्लस्टर हेड और जिला विपणन अधिकारी वेयर हाउसों पर पहुंचे। उन्होंने सोयाबीन की तुलाई और स्टैक की बोरियों का वजन गाइडलाइन के अनुसार जांचा। खरीदी में इस्तेमाल हो रहे तोल कांटे का भी निरीक्षण किया गया। अधिकारियों ने चेतावनी दी, कि 31 दिसंबर को खरीदी बंद हो जाएगी। जिन केंद्रों पर मानकों का पालन नहीं हो रहा है, उन्हें सुधार करने के निर्देश दिए गए।
गड़बड़ी मिलने पर वेयरहाउस प्रबंधक, सर्वेयर और समिति प्रबंधक पर कार्यवाही होगी। जांच में पाया गया कि 50.530 किग्रा के बजाय 40-45 किलो सोयाबीन की स्टैक लगाई जा रही थी। नान एफएक्यू माल को एफएक्यू बताकर मोटी रकम वसूली जा रही थी। 21 दिसंबर को एसडीएम और अन्य अधिकारियों ने वेयरहाउस संचालक, सर्वेयर, समिति प्रबंधक और ऑपरेटर की बैठक बुलाई। गाइडलाइन से हटकर हो रही खरीदी पर कड़े निर्देश दिए गए। पांच दिनों में मानकों के अनुसार खरीदी नहीं होने पर एफआईआर और वेयरहाउस को ब्लैकलिस्ट करने की चेतावनी दी गई। इस कार्यवाही का उद्देश्य सोयाबीन खरीदी में पारदर्शिता और मानकों का पालन सुनिश्चित करना है।
पांच वेयर हाउसों पर पहुंचा जांच दल-
गुरुवार को मार्कफेड जीएम योगेश जोशी भोपाल, नेफेड के क्लस्टर हेड सुरेश गौर, जिला विपणन अधिकारी सीहोर प्रशांत बामनकर, महेन्द्र सिंह मेवाड़ा मार्कफेड केंद्र प्रभारी, वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन शाखा प्रबंधक मंगल सिंह और सर्वेयर सुपरवाइजर ओम बिसेन ने हालियाखेड़ी के मां रेवा वेयरहाउस, वासुदेव के रामानंद वेयरहाउस, बाईबोड़ी के श्रीराम वेयरहाउस, बाईबोड़ी के मूलचंद वेयरहाउस और गिल्लौर स्थित सुदामा वेयरहाउस पहुंचकर केंद्र पर लगाई गई सोयाबीन की स्टैक की बोरियों का वजन जांचा। वहीं सोयाबीन के मानकों की भी जांच की गई। अधिकारियों ने जांच के दौरान सभी वेयरहाउस संचालकों, समिति प्रबंधकों और सर्वेयरों को हिदायत दी कि तय सीमा खत्म हो चुकी है, ऐसे में जो निर्देश दिए गए हैं, उनका निश्चित समयावधि में पालन सुनिश्चित करें।

