भैरूंदा- बारिश का मौसम आते ही वन परिक्षेत्र में अतिक्रमण का सिलसिला बढ़ जाता है, वही लाड़कुई वन परीक्षेत्र व वन विकास निगम के वन क्षेत्र में अतिक्रमणकारी अपने पैर पसारते नजर आ रहे है। जिसके चलते कई स्थानों पर वन भूमि पर अतिक्रमण कर भूमि को कृषि योग्य बनाया जा रहा है। वही इस दौरान वन अमले द्वारा भी इन पर कार्यवाही देखने को मिल रही है, लेकिन बाबजूद इसके अतिक्रमण में कमी नहीं आ रही है।

वही ताजा मामला वन परिक्षेत्र पिपलानी सर्किल अंतर्गत वन क्षेत्र किशनपुर में देखने को मिला, जहां वन माफिया द्वारा हरे भरे सागौन के पेड़ों को काटकर वन भूमि को कृषि योग्य बनाया गया। वही इस अतिक्रमण को हटाने में वन हमले द्वारा कार्यवाही देखने को मिली। वहीं इस दौरान इस कार्यवाही मैं ग्राम किशनपुर के निवासियों का भी सहयोग वन अमले को मिला।

वही जानकारी देते हुए वन परिक्षेत्र अधिकारी प्रकाश चंद्र उईके ने बताया है कि पिपलानी सर्किल अंतर्गत ग्राम किशनपुर वन क्षेत्र में वन माफिया द्वारा वन भूमि पर अतिक्रमण कर खेती करने की तैयारी की जा रही थी। जिसे नाकाम करते हुए, वन हमले के साथ ग्रामीणों का सहयोग मिला और दिनांक 09 जून2025 को वन क्षेत्र किशनपुर कक्ष क्रमांक पी 443, 444 किशनपुर ग्रामवासी एवं वन अमला द्वारा वन भूमि अतिक्रमण मुक्त अभियान के तहत विचार विमर्श तथा ग्रामीणों की मदद लेकर अनुमानित 2 से 3 हेक्टेयर वन क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त कराया गया।

इस मोहिम में ग्रामीणों के सहयोग की वन परिक्षेत्र अधिकारी द्वारा सराहना की गई, वहीं ग्रामीण से अपील की, कि वनों की कटाई एवं वन भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को हटाने में सहयोग प्रदान करें।
