- भैरूंदा विकासखंड के सभी 35 गांवों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त
- शिविरों के माध्यम से पात्र हितग्राहियों को विभिन्न सेवाओं एवं योजनाओं से किया जाए लाभान्वित – कलेक्टर
- अभियान के तहत जिले के 80 ग्रामों में 15 से 30 जून तक लगेंगे…
सीहोर- शिविर कलेक्टर बालागुरू के ने धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए भैरूंदा जनपद पंचायत सभाकक्ष में बैठक आयोजित संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने निर्देश दिए कि भारत सरकार द्वारा जारी निर्देशानुसार अभियान के तहत शिविरों का प्रभावी और सफल आयोजन किया जाए। इसके साथ ही आयोजित होने वाले शिविरों की नियमित मॉनिटरिंग भी की जाए।

बैठक में जानकारी दी गई कि इस अभियान के अंतर्गत भैरूंदा विकासखंड के 35 ग्रामों को सम्मिलित किया गया है। कलेक्टर बालागुरू के. ने अभियान के तहत आयोजित किए जाने वाले शिविरों एवं अन्य गतिविधियों के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए सभी 35 गांवों में नोडल अधिकारियों नियुक्त किए। इसके साथ ही उन्होंने नियुक्त किए गए नोडल अधिकारियों को निर्देश दिए कि अभियान के तहत शिविरों का प्रभावी संचालन किया जाए और सभी पात्र हितग्राहियों को योजनाओं और सेवाओं से लाभान्वित किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि नोडल अधिकारी शिविरों में स्वयं उपस्थित रहें और शिविरों का प्रभावी संचालन कराएं, ताकि कोई भी पात्र हितग्राही योजनाओं और सेवाओं के लाभ से वंचित न रहे। उन्होंने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य जनजातीय आबादी के लिए समान अवसरों का सृजन, सामाजिक-आर्थिक स्तर का विकास, बुनियादी ढांचे में सुधार और स्वास्थ्य, शिक्षा एवं आजीविका के क्षेत्र में ठोस प्रगति लाना है। सभी अधिकारी अपने दायित्वों का पूरी गंभीरता से निर्वहन करें और इस अभियान को सफल बनाने के लिए निरंतर कार्य करें। बैठक में जिला पंचायत सीईओ डॉ नेहा जैन ने भी संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक में एसडीएम मदनसिंह रघुवंशी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

उल्लेखनीय है कि भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा जनजातीय समुदायों को सशक्त बनाने के लिए 15 जून से 30 जून 2025 तक धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान संचालित किया जाएगा। इस अभियान का उद्देश्य लक्षित हस्तक्षेपों के माध्यम से देश भर के जनजातीय क्षेत्रों में सेवाओं और बुनियादी ढांचे को संतृप्त करना है। इस अभियान के तहत यह सुनिश्चित किया जाएगा की जनजातीय क्षेत्रों में निवास करने वाले नागरिकों की पात्रतानुसार सभी शासकीय योजनाओं एवं सेवाओं तक पहुंच हो सके। इस अभियान के तहत सीहोर जिले के 80 जनजातीय बाहुल्य गांवों में 15 जून से 30 जून तक शिविरों का आयोजन किया जायेगा। इस अभियान के तहत सीहोर जिले के 80 जनजातीय बाहुल्य ग्रामों के 15, 736 परिवार लाभान्वित होंगे।
विभिन्न योजनाओं एवं सेवाओं तक जनजातीय समुदाय की पहुंच होगी सुनिश्चित –

धरती आबा अभियान के तहत चिन्हित 80 गांवों में धरती आबा अभियान के तहत लगाये जाने वाले शिविरों में हितग्राहियों के आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, समग्र आईडी, ई-केवायसी एवं जाति प्रमाण पत्र बनाये जायेंगे तथा सामाजिक सुरक्षा पेंशन, प्रोफाइल पंजीयन एवं बैंक खाते खोलने के कार्य किये जायेंगे। इसके साथ ही राशन कार्ड एवं आयुष्मान कार्ड का वितरण तथा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में नामांकन सहित विभिन्न योजनाओं के आवेदन और स्वीकृति की कार्यवाही भी शिविरों में की जायेगी। शिविरों के माध्यम से विभिन्न योजनाओं और सेवाओं का लाभ जनजातीय वर्ग के प्रत्येक पात्र व्यक्ति तक पहुँचाया जायेगा। अभियान के तहत शिविरों का आयोजन जिला प्रशासन, सीएससी, स्थानीय अधिकारियों तथा फ्रंटलाइन वर्कर्स के समन्वित प्रयास से होगा।
