पुलिस, वन विभाग ओर रेल्वे की संयुक्त टीम ने चलाया तलाशी अभियान…

अमित शर्मा, लाड़कुई/भैरूंदा
अर्चना तिवारी मिसिंग केस को लेकर बुधनी क्षेत्र मे पुलिस, वन विभाग और रेलवे की संयुक्त टीम ने बड़ा सर्च ऑपरेशन चलाया। इस दौरान टीम ने करीब 25 किलोमीटर लंबे रेलवे ट्रैक और जंगल में तलाशी अभियान चलाया।

बुदनी – मध्य प्रदेश के कटनी जिले की रहने वाली अर्चना तिवारी पिछले 10 दिनों से लापता हैं. वह इंदौर के उपकार गर्ल्स हॉस्टल में रहकर सिविल जज परीक्षा की तैयारी कर रही थी. अर्चना ट्रेन से रक्षा बंधन पर कटनी आ रही थी। सफर के दौरान उसने घरवालों से फोन पर बात भी की थी. रास्ते में वो चलती ट्रेन से लापता हो गई, ना ट्रेन में उसका सुराग मिला और ना ही स्टेशन पर. अब सवाल है कि आखिर अर्चना कहां है? गुमशुदगी से पहले अर्चना तिवारी की आखिरी तस्वीरें इंदौर के सत्कार गर्ल्स हॉस्टल की देखी गई थी, जहां रह कर अर्चना सिविल जज की तैयारी कर रही थी।

जीआरपी की टीम भोपाल से लेकर बिलासपुर तक रेलवे ट्रैक, जंगल और खेतों में अर्चना तिवारी की तलाश कर रही है। राजधानी भोपाल-ओबेदुल्लागंज- बरखेड़ा के जंगलों में सर्चिंग शुरू कर दी गई है। जीआरपी पुलिस की 04 टीमें जंगल में युवती की तलाश में जुटी हुई है। वहीं दिल्ली, मुंबई से नागपुर तक भी अर्चना को तलाशा जा रहा है। साथ ही इंदौर के हॉस्टल की पुलिस ने तलाशी ली। रेलवे पुलिस ने 03 दिन से इंदौर में डेरा डाल लिया है। जिस दिन अर्चना ट्रेन से गई, उस दिन की सभी ट्रेनों की तलाशी जारी है। हर छोटे बड़े स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।

सिविल जज परीक्षा की तैयारी कर रही थी अर्चना –

जानकारी के अनुसार मंगलनगर निवासी अर्चना तिवारी पिता स्व.शरद नारायण तिवारी (27) पिछले छह माह से इंदौर में रहकर सिविल जज परीक्षा की तैयारी कर रही थी। 07 अगस्त को रक्षाबंधन त्यौहार को लेकर वह कटनी आने के लिए गाड़ी संख्या 18233 इंदौर-नर्मदा एक्सप्रेस के एसी-3 कोच श्रेणी के बी-3 कोच में 03 नंबर की बर्थ पर बैठी थी। रात करीब 10.15 अर्चना की चाची ने उससे फोन पर बात की तो उसने बताया कि वह भोपाल पहुंची है। इसके बाद से अर्चना का मोबाइल बंद हो गया। सुबह ट्रेन आने के दौरान जब परिजनों ने फोन लगाया तो उसका नंबर तब भी बंद था। परिजन कटनी साउथ स्टेशन पहुंचे तो ट्रेन जा चुकी थी।

उमरिया में सीट पर मिला बैग –

कटनी साउथ स्टेशन से ट्रेन निकलने के बाद परिजनों ने उमरिया में अपने रिश्तेदारों को जानकारी दी और कहा कि संभवत: अर्चना सो रही है। ट्रेन पहुंचने पर उसे उमरिया में ही अटैंड कर लें। इसके बाद परिजन भी यहां से उमरिया के लिए रवाना हो गए। ट्रेन के उमरिया पहुंचने पर जब परिवार के लोग कोच में पहुंचे तो अर्चना सीट पर नहीं थी। सीट पर अर्चना का सामान सुरक्षित रखा हुआ था। परिजनों ने सामान उतारा और उमरिया जीआरपी को इसकी सूचना दी।

भोपाल में लास्ट लोकेशन, उतरी थी सीट से –

युवती के लापता होने से हड़कंप मच गया और रिश्तेदारों ने भोपाल में आरपीएफ व जीआरपी से संपर्क किया। पुलिस जांच में अर्चना की अंतिम मोबाइल लोकेशन भोपाल स्टेशन बताई जा रही है। परिजनों ने बताया कि अर्चना के साथ कोच में सवार एक युवती ने बताया कि भोपाल में वह अपनी ऊपर की बर्थ से उतरी थी, इसके बाद से वह नजर नहीं आई।

परिजन परेशान, तलाश में जुटे-

रक्षाबंधन त्यौहार के ठीक एक दिन पहले ही बेटी के रहस्यीमयी तरीके से लापता होने के चलते परिजन परेशान है। किसी अनहोनी की आशंका से परिजन उसकी तलाश में जुटे हुए है। युवती के पिता का पूर्व में ही देहांत हो चुका है। उसका एक भाई और एक बड़ी बहन है। वह संयुक्त परिवार में रहती है। दूसरी ओर मानवीय आधार पर कटनी पुलिस भी युवती से संबंधित जानकारी जुटा रही है। जीआरपी कटनी ने घटनाक्रम भोपाल का होने के कारण केस डायरी भोपाल भेज दी है। जीआरपी की टीम रूट पर पड़ने वाले सभी स्टेशनों पर सक्रिय हो गई है।

जिसको लेकर रविवार को बुधनी पुलिस, वन विभाग ओर रेल्वे की संयुक्त टीम मे बुधनी के मीड घाट क्षेत्र में करीब 25 किलोमीटर लंबे रेलवे ट्रैक और जंगल में अर्चना की तलाश हेतु तलाशी अभियान चलाया।

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