ड्रॉपआउट करने वाले बच्चों को आगे की पढ़ाई के लिए करें प्रेरित – कलेक्टर
कलेक्टर ने की शिक्षा विभाग की गतिविधियों की समीक्षा
अमित शर्मा, लाड़कुई/भैरूंदा
सीहोर- कलेक्टर बाला गुरु के. ने बैठक आयोजित कर शिक्षा विभाग की विभागीय गतिविधियों की समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए, कि जिले में कोई भी विद्यार्थी ड्रॉपआउट न करे। शिक्षा का अधिकार प्रत्येक बच्चे का मौलिक अधिकार है, कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे, यह सुनिश्चित करना शिक्षा विभाग की प्राथमिक जिम्मेदारी है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि विद्यालय छोड़ चुके विद्यार्थियों को चिन्हित कर उन्हें फिर से पढ़ाई से जोड़ा जाए और हर संभव प्रोत्साहन दिया जाए। उन्होंने कहा कि ड्रॉपआउट की संख्या को कम करने के लिए कार्ययोजना बनाकर कार्य किया जाए और नियमित मॉनिटरिंग की जाए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ डॉ नेहा जैन ने भी आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

बैठक में उन्होंने ई-अटेंडेंस की समीक्षा करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी और विकासखंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए कि ई-अटेंडेंस दर्ज नहीं कराने वाले शिक्षकों और प्राचार्यों पर कार्यवाही की जाए। इसके साथ ही इसकी नियमित मॉनिटरिंग के लिए फ्लाइंग स्क्वाड बनाए जाएं। बैठक में उन्होंने विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए, कहा कि पुस्तक वितरण और साइकिल वितरण जैसी छात्र हितैषी योजनाएं निर्धारित समय सीमा में पूर्ण की जाएं। उन्होंने नामांकन, प्रोफाइल अपडेशन और छात्रवृत्ति स्वीकृति के संबंधी कार्य एक सप्ताह में पूर्ण करने के निर्देश दिए।

बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी संजय सिंह तोमर, डीपीसी रमेश राम उईके सहित विभाग के सभी अधिकारी उपस्थित थे।
