लापरवाही: बिना सुरक्षा इंतजाम के नदी की ब्लास्टिंग, कलेक्टर ने जांच के बाद कार्यवाही की कही बात…

NewsMirchii-  बाड़ी से लेकर संदलपुर तक नेशनल हाइवे फोरलेन सड़क निर्माण किया जा रहा है। लेकिन इसी बीच निर्माण एजेंसी की लापरवाही नजर आ रही है। जिसका खामियाजा लोगो को भुगतना पड़ रहा है। फिर भी सम्बधित विभाग द्वारा अनदेखी की जा रही है।

      दरअसल एमपीआरडीसी के तहत नेशनल हाइवे का निर्माण किया जा रहा है तथा सतराना कोलार नदी पर पुल का निर्माण कार्य प्रगतिशील है, परन्तु ठेकेदार सभी नियमो को ताक पर रखकर दिन में भी पुल निर्माण के लिए ब्लास्टिंग की जा रही हैं। जिससे मवेशियों के साथ लोगो को भी इसका खामियाज़ा उठाना पड़ रहा है। मामला विगत दिनों का है। जब भैरुंदा से एक परिवार कार में सवार होकर अपने घर वापस लौट रहे थे। तभी ग्राम सतराना कोलार नदी पुल पर एक पत्थर कार पर आ गिरा। जिससे कार का शीशा टूट गया गरिमत तो यह रही कि इस घटना मे कोई बड़ा हादसा नही हुआ ओर अगर ऐसे में कोई हादसा हो जाता तो इसका जिम्मेदार कौन होता। वही जब ठेकेदार के कर्मचारियों से दूरभाष के जरिए बात की तो वह मौके पर नही आएं।

ब्लास्टिंग से लोगों को जान का खतरा…

ठेकेदार अपनी मनमर्जी करते हुए नदी पर पुल निर्माण के पिल्लर के लिए विस्फ़ोटिंग की जा रही है। वही देखा जाए तो बस्ती नजदीक होने की वजह से जहां पर ब्लास्टिंग की जाती है। उस जगह से ग्रामीणों का आना-जाना लगा रहता है और उनके मवेशी घूमते रहते हैं। लेकिन ठेकेदार को इन सब बातों से बिल्कुल भी सरोकार होता दिख नहीं रहा है। वह अपने अनुसार दिन में किसी भी समय ब्लास्टिंग करवा देते है। जिससे वहां से गुजरने वाले लोगों को जान का खतरा बना रहता है।

नदी में की जा रही ब्लास्टिंग लेकिन कोई रोकने वाला नही- वाहन चालक…

वही अनुराग दांगी निवासी बैरासिया भोपाल ने बताया वह अपने परिवार के साथ भेरूंदा से बैरासिया भोपाल अपने घर वापस जा रहे थे। तभी सतराना कोलार नदी पुल पर मेरी कार पर एक पत्थर आकर गिरा, जिससे कांच फुट गया। पता चला कि नदी में ब्लास्टिंग की जा रही है। लेकिन हमे किसी ने रोका भी नही, कि यहां नदी में ब्लास्टिंग की जा रही है। वाहनों का आवागमन सुचारू रूप से चल रहा है। लेकिन कोई रोक नही रहा है ना ही सुरक्षा के तौर पर किसी प्रकार की कोई बेरिकेड्स लगाएं गए। ऐसे में कभी-भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है, जिसका जिम्मेदार अखिर कौन होगा यह बड़ा सवाल है।

ब्लास्टिंग से मवेशियों की हुई मौत- ग्रामीण

ग्राम सतराना के ग्रामीण ने बताया कि नदी में की जा रही ब्लास्टिंग का पत्थर मवेशियों के माथे में जा टकराया था जिससे दोनों मवेशियों की मौत हो गई। यहां नदी में ब्लास्टिंग की जा रही बावजूद इसके सुरक्षा के कोई पुख्ता इंतेजाम नही किए गए है। सिर्फ आसपास के रहवासी ने यह कह दिया जाता है कि आप अपने घरों में रहिए। लेकिन सड़क पर आवाजाही रहती है मवेशियाँ आसपास ही घूमते है। इस ओर कोई इंतज़ाम नही किए जाते है।

ब्लास्टिंग मामले पर कांग्रेस प्रवक्ता ने उठाएं सवाल…

वही गोपाल शर्मा कांग्रेस प्रवक्ता ने निर्माण एजेंसी द्वारा की जा रही ब्लास्टिंग मामले पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि पूर्व सीएम शिवराजसिंह चौहान ने भ्रष्टाचारियों ओर अवैध उत्खनन करने माफियाओ को पोषित किया था। वही काम वर्तमान के सीएम मोहन यादव जी कर रहे है। जिस प्रकार अवैध तरीके से सतराना में खुले नदी में ब्लास्टिंग हो रही थी। बिना किसी मानवता की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए निर्माण एजेंसी अवैध तरीके से ब्लास्टिंग की जा रही थी। और बड़ा सा पत्थर एक कार से टकराया निश्चित तौर यह जानमाल के लिए खतरा है। इसके अलावा दो से तीन गोवंश में मौत का शिकार हो गई। यहां सुरक्षा के कोई इंतेजाम नही किए जा रहे है स्थानीय प्रशासन भी मौन है। ओर प्रशासन का मौन समझा जा सकता है।

जांच रिपोर्ट के आधार पर की जाएंगी कार्यवाही…

वही जब सीहोर कलेक्टर प्रवीण सिंह से संज्ञान लिया गया तो उन्होंने कहा कि मीडिया के माध्यम से जानकारी आई हैकि सतराना में ब्लास्टिंग हुई है, इसमें प्रथम दृष्टियाँ लापरवाही दिख रही है। इस पूरी घटना के लिए पहले तो ये देखा जाएगा कि इस कम्पनी के पास ब्लास्टिंग की परमिशन थी या नही और जो ब्लास्टिंग की परमिशन में जो-जो शर्ते व सुरक्षा उपाय थे, उनका पालन किए या नही। इसकी रिपोर्ट ले रहा हूँ। रिपोर्ट के आधार पर जो भी तथ्य आएंगे इसके आधार पर कार्यवाही की जावेंगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »
error: Content is protected !!