भक्तो के लिए जगह- जगह की गई है, पेयजल, भोजन प्रसादी की व्यवस्था…
– घर का शिवलिंग प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र है। घर में शिवलिंग होना जरूरी है। घर के शिवलिंग और मंदिर दोनों में अंतर है। आपको जब भी संकट आता है तो आप इसको याद करते हैं अपने घर के भगवान को, घर में शिवलिंग होना जरूरी है।
ये बातें जिला मुख्यालय के समीपस्थ कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में जारी रुद्राक्ष महोत्सव 2024 के प्रवचन के दौरान पंडित प्रदीप मिश्रा ने कही। उन्होंने कहा कि आज विश्व में एक ही जयकारा सुनाई देता है बोल बम, भोलेनाथ हमारे है। भोले को मनाने के लिए तुम्हें कोई महान जतन करने की जरूरत नहीं है। बस एक लौटा जल ही हर समस्या का हल है। यानी बाबा के शिवलिंग पर एक लौटा जल अर्पित करो, तुम्हारी सारी समस्याओं का समाधान भी हो जाएगा और सारी मनोकामनाएं भी पूरी हो जाएगी।
भगवान पर विश्वास, सफलता की कुंजी-
पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि भगवान को किसी भी आडम्बर या दिखावे की जरूरत नहीं है। भगवान आपकी सादगी की पूजन से प्रसन्न होते हैं। आप कितने ही सुंदर हो जाओ, लेकिन एक दिन ऐसा आता है जब आपकी काया ढल जाती है। आपका शरीर मुरझा जाता है। लेकिन भक्ति की शक्ति और विश्वास कभी कम नहीं होता। जिसका भगवान पर विश्वास है वह हमेशा सफलता पाता है।
भक्ति में तप जरूरी-
रविवार को भी कथा के चौथे दिन पांडाल पूरा भराने के बाद भाव- विभोर होकर भक्त धूप, गर्मी की परवाह नहीं करते हुए, जहां-तहां बैठकर कथा का रसपान कर रहे थे। भक्ति में तप जरूरी है। आग में जितना सोना तपता है उतना ही उसमें निखार आता है, उसी प्रकार साधु संत भी जितनी तपस्या करते हैं उतना निखार व तेजस्व आता है। कुबेरेश्वर धाम में हर दिन लाखों की संख्या में भक्त पहुंच रहे हैं। पिछले चार दिनों में लाखों की संख्या में भक्तों ने पहुंचकर दर्शन किए एवं कथा का श्रवण किया। इधर भक्तों के लिए शहर के रेलवे स्टेशन, नदी चौराहे आदि पर भंडारे की व्यवस्था भी नगर वासी द्वारा की गई है। वहीं जिला प्रशासन ने पुलिस सहायता केन्द्र, स्वास्थ्य केन्द्र, जनपद की ओर से पानी के टैंकर आदि की व्यवस्था की गई है।



