
प्राचार्य मिली नदारद और भी मिली खामियां, छात्रों ने कहा कि प्राचार्य या तो आती ही नहीं और आती है तो लेट…
परीक्षा के एक दिन पहले ही बन गया रिजल्ट, सभी छात्र अनुपस्थित…
सहायक कलेक्टर ने कहा कार्यवाही के लिए कलेक्टर को भेजा जाएगा प्रतिवेदन…
नगर भेरूंदा का शासकीय महाविद्यालय इन दिनों अपनी कार्यप्रणाली को लेकर चर्चाओं में बना हुआ है। प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर पर कई प्रतिभाएं देने वाला नगर के महाविद्यालय अधिकतम पद रिक्त पड़े हुए हैं एवं साथ ही यहां पढ़ाने वाले प्राध्यापक भी बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित नजर नहीं आते क्योंकि कॉलेज की प्रभारी प्राचार्य स्वयं ही समय पर कॉलेज नहीं पहुंचती है और पहुंचती भी हैं तो वह क्लास रूम में जाकर बच्चों को नहीं पढाती है, कॉलेज में 17 प्राध्यापकों के पद स्वीकृत है, लेकिन वर्तमान में केवल चार प्राध्यापक पदस्थ है, ऐसी स्थिति में बच्चों का भविष्य क्या होगा, इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। जब पढ़ने वाले प्राध्यापक ही नहीं है तो छात्र छात्राएं कॉलेज जाकर क्या करें। यही कारण है कि 03 हजार छात्र-छात्रा ने इस कॉलेज में अध्यनरत हैं, लेकिन मंगलवार को केवल 400 छात्राएं उपस्थित मिले यहां छात्र-छात्राओं की उपस्थिति रजिस्टर भी नजर नहीं आए।
शासकीय महाविद्यालय में अध्ययनरत 03 हजार छात्र-छात्रों का भविष्य प्राचार्य की मनमानी और लापरवाही से अंधकार में है। प्राचार्य समय पर कॉलेज नहीं पहुंचती है, जिसकी शिकायत छात्र-छात्राओं के द्वारा सहायक कलेक्टर अर्पित गुप्ता को की गई, छात्र-छात्राओं की शिकायत पर सहायक कलेक्टर अर्पित गुप्ता, एसडीएम मदनसिंह रघुवंशी, तहसीलदार सौरभ शर्मा मंगलवार को दोपहर 12 बजे शासकीय महाविद्यालय पहुंचे, जिन्हें देखकर कॉलेज में हड़कंप मच गया, श्री गुप्ता कॉलेज पहुंचकर सीधे प्राचार्य कक्ष पहुंचे, जहां प्राचार्य की खाली कुर्सी देख, मौजूद स्टाफ से कॉलेज में पदस्थ प्रभारी प्राचार्य फातिमा खान के संबंध में जानकारी ली।
उपस्थित वरिष्ठ प्रोफेसर ने बताया कि प्राचार्य अभी नहीं आई है इस पर श्री गुप्ता ने पूछा कि प्राचार्य कॉलेज कब आती है, जिस पर कोई जवाब नहीं मिला, इस पर श्री गुप्ता ने तहसीलदार से पंचनामा तैयार कराया एवं उपस्थित स्टाफ से हस्ताक्षर कराये, इसके बाद वह क्लास रूमो में पहुंचे, जहां संख्या के आधार पर छात्र-छात्राओं की उपस्थिति बहुत कम नजर आई, इस दौरान उपस्थित छात्र छात्राओं ने प्राचार्य से संबंधित शिकायत करते हुए कहा कि प्राचार्य यहां समय पर नहीं आती हैं इसके कारण अन्य प्राध्यापक भी कॉलेज देरी से पहुंचते हैं। जिससे हमारी पढ़ाई प्रभावित हो रही है, साथ ही कॉलेज का हाल बेहाल है कुछ छात्रों ने यह शिकायत भी की मंगलवार 19 मार्च को जो परीक्षा ली जा रही है, उसका रिजल्ट 18 मार्च को ही तैयार कर लिया गया है, इस पर सहायक कलेक्टर ने सभी छात्र-छात्राओं के बयान दर्ज किए।
प्राचार्य करती है भोपाल से अप डाउन-
शासकीय महाविद्यालय में पदस्थ प्रभारी प्राचार्य डॉक्टर फातिमा भोपाल में निवास करती हैं, वह कई बार तो कॉलेज पहुंचती ही नहीं है और अगर पहुंचती भी है तो देरी से पहुंचती है, जबकि नियम अनुसार कॉलेज प्राचार्य को मुख्यालय पर ही रहना होता है, लेकिन यहां डॉक्टर फातिमा सब पर भारी है, वह कॉलेज आए या ना आए उन्हें तनखा भी पूरी मिलती है, जबकि जिस दिन वह कॉलेज आती है, तो शाम को जल्दी भी चले जाती है।
प्राचार्य के सब्जेक्ट के छात्र-छात्राएं हुए फेल-
प्राचार्य फातिमा खान की मनमानी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वह स्वयं वनस्पति विज्ञान की प्रोफेसर हैं, ओर जानकारी के अनुसार वह कॉलेज पहुंचती ही नहीं है, ओर अगर कॉलेज पहुंचती भी हैं तो वह क्लास रूम में जाकर बच्चों को कभी नहीं पढ़ती है, यही कारण है कि उनके विषय के अधिकांश छात्र-छात्राए फेल भी हो जाते है।
05 महीने से नहीं है सफाई कर्मी-
शासकीय महाविद्यालय में पिछले 5 महीने से सफाई कर्मी नहीं है जिसके कारण कॉलेज में प्रतिदिन होने वाली साफ सफाई नहीं हो पा रही है कॉलेज में जगह-जगह कचरा दिखाई देता है यहां तक की झाड़ बुहार भी नहीं हो रही है इसके कारण यहां फर्नीचर पर धूल जमी रहती है यहां अध्ययन करने वाले छात्र-छात्राओं को स्वयं टेबल कुर्सी से धूल साफ करना होता है।
बिना चौकीदार के हो रही कॉलेज की सुरक्षा-
कॉलेज बिल्डिंग की सुरक्षा के लिए कॉलेज में चौकीदार रखा जाता है लेकिन यहां पिछले 2 महीने से बिना चौकीदार के ही कॉलेज की सुरक्षा हो रही है जबकि जिस स्थान पर कॉलेज बना है उसके पास ही खेत लगे हुए हैं कॉलेज में जो चौकीदार पदस्थ था वह 2 माह पहले रिटायर हो चुका है तब से चौकीदार का पद रिक्त पड़ा है और ऐसे में बिना चौकीदार के ही कॉलेज की सुरक्षा कैसे हो रही है।
इस संबंध में अतिरिक्त कलेक्टर अर्पित गुप्ता ने बताया कि शिकायत मिलने पर मंगलवार को शासकीय महाविद्यालय का औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान कॉलेज में कई खामियां मिली प्राचार्य स्वयं अनुपस्थित थी, जबकि वहां परीक्षा संचालित हो रही थी कुछ छात्राओं ने परीक्षा के संबंध में भी शिकायत की है। की परीक्षा हो रही है उसका रिजल्ट पहले ही तैयार हो चुका है साथ ही साफ-सफाई से लेकर कई तरह की खामियां कॉलेज में नजर आई। जिनकी शिकायत छात्र-छात्राओं के द्वारा पहले भी की गई थी, प्राचार्य के संबंध में पहले भी छात्र-छात्राओं द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई है कि प्रचार समय पर कॉलेज नहीं पहुंचती है इसके कारण शिक्षक भी नहीं पहुंचते हैं जिससे हमारी पढ़ाई प्रभावित हो रही है इस संबंध में हमने उपस्थित स्टाफ के बयान लेकर पंचनामा तैयार किया है इसके आधार पर प्रतिवेदन कलेक्टर को भेजा जाएगा।
