ग्राम पांगरी में मिनी आंगनबाड़ी झोपड़ी में संचालित…
– बुदनी के भेरुदा क्षेत्र में आंगनबाड़ियों के हाल-बेहाल है जहां देखा जाए तो सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं है, तो वही भवन की स्थिति भी दयनीय हो रही है, ऐसे में देश का भविष्य कहे जाने वाले बच्चे कैसे अध्ययन करते होंगे, समझा जा सकता है।
वही महिला बाल विकास से प्राप्त जानकारी अनुसार भैरुंदा ब्लॉक में कुल 273 आंगनबाड़ी संचालित है। इनमे से 174 आंगनबाड़ी विभागीय भवन में संचालित हो रही है, तो वही 53 आंगनबाड़ी सरकारी भवनों में संचालित की जा रही है, जैसे पंचायत भवन कक्ष या अन्य कोई शासकीय स्थानो पर, वही 46 आंगनबाड़ी भवन विहिन है, जिन्हे किराए के भवनों में लगाया जा रहा है।
वही प्राप्त जानकारी के अनुसार पांगरी में मिनी आंगनबाड़ी झोपड़ी में संचालित की जा रही है। मिनी आंगनबाड़ी के लिए आज तक भवन नही बनाया गया है। यह की कार्यकर्ता सरमनी ने बताया कि 44 बच्चे 3 से 6 माह के दर्ज है। वही कुल 115 बच्चो को झोपड़ी में ही बुलाना पड़ता है। भवन के लिए विभागीय अधिकारियों से भी बात की, लेकिन उन्होंने मिनी आगनबाड़ी के लिए भवन का मना कर दिया।
इसी प्रकार झाली की आंगनबाड़ी में तो हाल कुछ अलग ही है। यहां पक्के भवन का फर्श टूट चुका है। 04 साल से सहायिका भवन में फर्श को मिट्टी से छबाई कर काम चला रही है। पंचायत ने टॉयलेट तो बनाया, लेकिन उसमे न तो शीट लगाई और न ही पानी की कोई व्यवस्था की। कार्यकर्ता ने बताया कि बच्चे टॉयलेट के लिए जंगल में जाते है ओर पानी भी उन्हें घर से लाना पड़ता है।






