वन विभाग रोपेगा 1675 हैक्टेयर में 7 लाख 98 हजार से भी अधिक पौधे…,
वनों को बचाने अभी भी नही है कोई कार्य योजना, लगातार हो रही अवैध कटाई…,
वन भूमि पर अतिक्रमण का सिलसिला जारी…
– अमित शर्मा, लाड़कुई/भेरूंदा
पर्यावरण को बढ़ावा देने के लिए सरकार के द्वारा बृहद स्तर पर पौधरोपण अभियान चलाया जा रहा है। जिसके चलतें वन विभाग को भी वन सरंक्षण के लिए पौधरोपण का लक्ष्य दिया गया है। सामान्य वन मंडल के द्वारा सीहोर जिले के तहत आने वाले लाड़कुई, रेहटी व बुदनी वन परिक्षेत्र में पौधरोपण किये जाने के लिए 07 लाख 98 हजार 450 पौधों का लक्ष्य दिया गया है। तीनों ही वन परिक्षेत्र के 1675 हैक्टेयर में यह पौधरोपण किया जाना है। 15 जुलाई तक पौधरोपण पूरा होना है, जिससे कि बरसात के दौरान आसानी के साथ पौधे अपनी जड़े मजबूत कर सके। वैसे प्रत्येक वर्ष बरसात के पूर्व बड़े स्तर पर पौधरोपण की तैयारियां की जाती हैं। इसके लिए मार्च व अप्रैल माह में ही रकबा चिन्हित कर लिया जाता हैं।
इस दौरान तैयारियां बृहद स्तर पर होती है, जिसमें पौधरोपण के लिए गड्डे, उनकी सुरक्षा के लिए फेसिंग व खाद की व्यवस्था की जाती हैं। जिससे की पौधरोपण के बाद इन्हें सुरक्षित रखा जा सके। वन विभाग का अमला इस समय पौधरोपण की तैयारियों में व्यस्त है। बुदनी वन मंडल अधिकारी सुकृति ओसवाल ने बताया कि सामान्य वन मंडल के निर्देशन में पौधों को रोपने का कार्य शुरु किया जा चुका है। इसके लिए तीनों वन परिक्षेत्र रेहटी, लाड़कुई व बुदनी में पौधरोपण होना है। सबसे अधिक पौधे बुदनी वन मंडल के 13, रेहटी में 02 व लाड़कुई के 03 कंपार्टमेंट में किया जाना है। जिसके तहत वनाधिकारियों को निर्देशित किया जा चुका है। वन मंडल अधिकारी के मुताबिक पौधरोपण करने से पूर्व कौन से पौधे कहां रोपित किये जाने इसके मापदंड तय करने के लिए संबंधित जमीन की मिट्टी का परीक्षण भी कराया जाता है। परीक्षण रिपोर्ट के आधार पर पौधे के प्रजाति तय होती है ओर इसके बाद पौधरोपण किया जाता है। यह प्रक्रिया पूरे निर्धारित मापदंड के तहत होती है।
वन माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही करने कतराता विभाग-
बुधनी वन मंडल के तहत वृहद स्तर पर वनों की कटाई लगातार जारी है। लेकिन विभाग वन माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही करने पर अभी भी कतरा रहा है। हालांकि वन परिक्षेत्र लाड़कुई में वनों की जमीन पर कब्जा करने वाले लोगों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए उन्हें बेदखल किया जा रहा है। लेकिन अभी भी रेहटी-बुधनी वन परिक्षेत्र में परिक्षेत्र अधिकारी मौन साधे बैठे है। इसी का कारण है कि इन क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर वनों की कटाई के साथ ही अवैध रूप से आरा मशीन का संचालन किया जा रहा है। वहीं फर्नीचर मार्ट की संख्या भी कई गुना अधिक संख्या में अवैध रूप से चल रही है। वन माफिया अपनी मर्जी के मुताबिक जंगलों को साफ कर रहे है लेकिन अधिकारी वनों का विनाश होते हुए देख रहे है।
17 प्रजातियों के पौधे किएं जाएंगे रोपित–
वन मंडल अधिकारी के अनुसार वन मंडल बुदनी में कुल 17 प्रजातियों के पौधे रोपित किये जाएंगे, जिनकी संख्या 7 लाख 98 हजार 450 है। जिसमें सागौन के 475870, बांस 43622, आवंला 32058, चिरोल 102538, कवीट 13929, खैर 22894, सीताफल 13929, महुआ 4113, सिरस 1800, हर्रा 1649, नीम 3500, बहेडा 2326, हिंसा 1277, साजड़ 34823, बेल 13929, तेंदू के 20893 शामिल हैं। बुदनी वन मंडल के 1505 हैक्टेयर जिसमें जोशीपुर पूर्व कक्ष क्रमांक 658, होलीपुरा कक्ष क्रमांक 611-12, ऊंचाखेड़ा कक्ष क्रमांक 599-600, होडा क्रक्ष क्रमांक 672-73, बुदनी कक्ष क्रमांक 634, 635, 657, 671, छुटेला कक्ष क्रमांक 633, तालपुरा कक्ष क्रमांक 630, रेहटी वन परिक्षेत्र के 70 हैक्टेयर जिसमें सेमरी कक्ष क्रमांक 579, सलकनपुर कक्ष क्रमांक 587, बांया कक्ष क्रमांक 595, लाड़कुई वन परिक्षेत्र के 100 हैक्टेयर जिसमें रफीकगंज कक्ष क्रमांक 404, हमीदगंज कक्ष क्रमांक 377 व बगलीखेड़ा कक्ष क्रमांक 400 में कुल पौधे रोपित किए जाना है।

वन भूमि पर अतिक्रमण का सिलसिला जारी-
वही इन सब के बीच विभाग द्वारा अतिक्रमण एवं अवैध कटाई को लेकर कोई कार्य योजना तैयार नहीं की गई, जिससे की क्षेत्र में हो रहा है आवेदन अतिक्रमण व कटाई को रोका जा सके। सूत्रों की माने तो लगातार वनों में अतिक्रमण का सिलसिला बदस्तूर जारी है, जिसको लेकर वन विभाग द्वारा कार्यवाही तो की जा रही है, लेकिन वह ना काफी साबित हो रही है, प्रतिदिन कई हेक्टेयर भूमि पर आवेदन अतिक्रमण का सिलसिला जारी है। वन विभाग द्वारा वन भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नही उठाए जा रहे।
