– अमित शर्मा, लाड़कुई/भेरूंदा
पर्यावरण को बढ़ाना और लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना अच्छी बात है। लेकिन भाजपा की सरकार यदि जंगलों को नष्ट होने से बचा लेती तो पर्यावरण की यह स्थिति मध्य प्रदेश और बुधनी विधानसभा में देखने को नहीं मिलती। यदि हम बात मध्य प्रदेश के सीहोर जिले की करें तो यहां पौधारोपण के नाम पर प्रत्येक वर्ष लाखों रुपए का घोटाला किया जाता है। जंगलों में पौधे लगाने के नाम पर वन विभाग और वन विकास निगम राशि का आहरण करते हैं लेकिन जमीन पर पौधे नजर नहीं आते। ऐसे में आम जनता को पर्यावरण बढ़ाने का दिखावा ही इस सरकार का लक्ष्य रहा है। उक्त आरोप पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी रहे विक्रम मस्ताल के द्वारा लगाए गए है।

श्री शर्मा ने कहा कि बुधनी विधानसभा क्षेत्र में बीते 20 वर्षों के दौरान पर्यावरण का विनाश किया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नर्मदा सेवा यात्रा के दौरान विश्व रिकार्ड बनाने के लिए सवा 6 करोड़ पौधे रोपे थे। आज उन पौधों की दुर्दशा क्या है यह देखने वाला कोई नहीं है। स्वयं शिवराज सिंह चौहान ने छिपानेर नर्मदा तट पर पौधों का रोपण किया था क्या पौधारोपण करने के बाद वह कभी एक बार भी वहां पर पहुंचे और उन्होंने पौधों की स्थिति देखी है क्या? अब सरकार करोड़ पौधे लगाने का दावा कर रही है। इसमें से भी कितने पौधे जमीन पर लगेंगे, यह भाजपा की सरकार ही जाने। श्री शर्मा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस शासनकाल में जिन जंगलों को देख-रेख के साथ वन संपदा को आगे बढ़ाया गया वहीं भाजपा ने अपने शासनकाल में इसी वन संपदा का बेदर्दी से हनन किया। जिसका नतीजा पर्यावरण विनाश के रूप में हम सबके सामने हैं।
बुधनी, रेहटा, लाड़कुई के जंगलों को नेस्तनाबूद किया जा चुका है। वन विभाग व वन विकास निगम ने पौधारोपण के नाम पर किए गए, एक से बड़े एक घोटाले सामने आ रहे हैं। इछावर व आष्टा में हुआ वन घोटाला इसकी सबसे बड़ी वानगी है। जहां पौधारोपण के नाम पर राशि निकाली गई और लाखों पौधे गायब हो गए। आम जनता तो पर्यावरण के प्रति अपना दायित्व निभाती है। लेकिन अधिकारियों ने जंगलों को कटने से रोकने से बचाने के कोई प्रयास नहीं किया, जिसका परिणाम हम सबको भुगतना पड़ रहा है।
